मानवीय गुणों की अद्भूत मिशाल है हेमंत गौनिया

ख़बर शेयर करें

 

हल्द्वानी / समाज सेवा को समर्पित हेमंत गौनियां मानवता का महान् आदर्श प्रस्तुत कर रहे है प्रतिदिन प्रातः काल भोर की पहली किरण से पहले घर से निकल जाना व देर रात्रि घर में वापस आना फिर सुबह निकल पड़ना फिर देर रात वापस आना यह क्रम लॉकडाउन काल से लेकर व उससे पूर्व से अब तक निरंतर समाज सेवा में जुटे सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत गौनिया की दिनचर्या बन गया है। समाज सेवा व परोपकार की भावना से श्री गौनिया निरंतर जनपद के विभिन्न स्थानों में जाकर सामाजिक कार्यो में व्यस्त रहते है गरीब व असहायों की मदद करना उनका प्रमुख धर्म है दीन दुखियों गरीब व असहाय लोगों की मदद के लिए पूरे मनोयोग के साथ वे निरंतर जुटे रहते हैं। निष्काम कर्म योगी की भांति कर्तव्य पथ में सलग्न श्री गौनिया कहते है। कि परोपकार से बड़ा उनके जीवन में कोई भी धर्म नहीं है।अब इन दिनों वे डेंगू मलेरिया जैसी घातक बीमारियों से लोगों को बचानें व जागरुक करने में दिन रात एक किए हुए है। तथा छिड़काव अभियान में जुटे हुए है। लावारिश लाशों का अन्तिम संस्कार करवानें जैसे महान् व पुनीत कार्य में हेमन्त गौनियां का नाम अग्रणीय है लाचार व्यक्तियों के उपचार हेतु वे सदैव तत्पर रहते हैं कुल मिलाकर हेमन्त गौनियां समाज सेवा के क्षेत्र में बेहतर आदर्श प्रस्तुत कर रहे है

Ad
Ad Ad Ad Ad
Ad