श्रीमद् भागवत की कथा मिटाती है हर ब्यथा: पाण्डेय

ख़बर शेयर करें

 

हल्द्वानी के गौजाजाली क्षेत्र में स्थित पाण्डेय निवास में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में व्यास-आचार्य श्री पूरन चन्द्र पाण्डेय ने योगेश्वर प्रभु श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का एवं गोवर्धनपूजन का विशद वर्णन किया, उन्होंने कहा कि प्रभु ने गोवर्धन पूजा करवाकर प्रकृति पूजन का सन्देश दिया ये प्रकृति ही परमात्मा का स्वरूप है, इसे व्यर्थ में दोहन एवं दूषित नहीं करना चाहिए प्रभु स्वयं गाय की सेवा एवं प्रकृति की पूजा करते हैं,

 

इस अवसर पर उन्होंने कहा श्रीमद् भागवत कथा, ज्ञान, कर्म, आध्यात्म और जीवन कल्याण का मार्ग प्रदर्शित करती है भवसागर पार होनें का सुन्दर सेतु है। उन्होनें कहा जीवन में कभी भी श्रीमद् भागवत कथा आयोजन श्रवण का अवसर मिले तो अवश्य ग्रहण करें व महापुण्य के भागी बनें। इसका श्रवण अभयत्व को प्रदान करने वाला है। श्री पाण्डेय ने कहा भागवत कथा सुनने से जीवन को मुक्ति मिलती है। और आनन्द का संचार होता है।उन्होनें कहा भागवत जीवन का सार है व कलियुग का कल्प वृक्ष, जो हमें जीवन जीने की सरल व अलौकिक राह प्रदान करता है।व अभयता प्रदान करता है। जीवन का ज्ञान श्रीमद्भागवत कथा से ही प्रकट होता है। उन्होंने मन को बंधन और मुक्ति दोनों का कारण बताया। और कहा कि मन को वश में करके इसे परमात्मा से जोड़ना ही जीवन का सार है।और परमात्मा को प्राप्त करना ही मानव जीवन का उद्देश्य है।भागवत कथा का श्रवण,मनन,व पालन समस्त दु:खों का अंत है जो जीवन को मर्यादित रहने की प्रेरणा देता है। अपनी सुधामय वाणी की धार से

उन्होंने आगे कहा मनुष्य काम, क्रोध, मद व लोभ के वशीभूत होकर प्रभु से दूर होता चला जाता है और यही ब्यथा जीवन भर उसका पीछा नहीं छोड़ती है जबकि अगर जीवन की व्यथा को दूर करना हो तो भागवत कथा का श्रवण कर प्रभु के चरणों में अनुराग करना चाहिए। यही जीवन की सार्थकता है
इस अवसर पर महेश चन्द्र पाण्डेय देवी दत्त पाण्डेय भुवन चन्द्र पाण्डेय महेश पाण्डेय कुसुम पाण्डेय सहित पाण्डेय परिवार के स्वजन व आपार संख्या में भक्तजन मौजूद रहे /// रमाकान्त पन्त///

Ad
Ad Ad Ad Ad
Ad