गीता जयंती : निष्काम कर्मयोगी भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा भूमि और गीता का मूलाधार उज्जैन
हर भारतवासी एवं सनातन को मानने वाले मनुष्य के जीवन में श्रीमद्भगवद्गीता का महत्वपूर्ण स्थान है। श्रीमद्भगवद्गीता ने ही हमें सिखाया है कि *“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।”* अर्थात हे….










