दृष्टिकोण : भाषा और जातीय सोच का कुरूप चेहरा
मराठी मानुष के नाम पर हिंदी भाषा भाषियों के साथ अभद्रता, उत्तर प्रदेश में जाति के नाम पर घृणा और द्वेष उत्पन्न करने का निकृष्ट खेल यही जताने में….
मराठी मानुष के नाम पर हिंदी भाषा भाषियों के साथ अभद्रता, उत्तर प्रदेश में जाति के नाम पर घृणा और द्वेष उत्पन्न करने का निकृष्ट खेल यही जताने में….
अजब दौर है , हर कोई अपनी ‘वाल’ या ‘स्टेटस’ पर ऐसी चमकती-दमकती बौद्धिकता और आदर्शवाद का प्रदर्शन करता है, मानो गांधी, नेल्सन मंडेला और दलाई लामा का संयुक्त….
चातुर्मास यानि आषाढ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तक का समय सब पापों का नाश करने वाला है। स्कंदपुराण में कहा गया है कि इस अवधि….
(डॉ. सुधाकर आशावादी-विभूति फीचर्स) गतिशील समाज में शांति और सौहार्द से जीवन यापन कुछ अराजक शक्तियों को नही सुहाता, सो अराजक तत्व नित नए मुद्दे ढूँढकर समाज की शांति भंग….
बड़ा लोचा है आजकल,बहुत खबरें मिल रही हैं कि पत्नियां अब पतियों को निपटाने में लगी हैं, पति पहले ही बेचारा अधमरा था अब तो पूर्णमरा होने लगा,कोई शादी….
महर्षि वेद व्यास ने महाभारत, पुराणों और भारतीय ज्ञान-परंपरा को संरचित किया, वे गुरु परंपरा के मूल प्रतीक हैं। उनकी भूमिका मात्र ज्ञान देने की नहीं, बल्कि धर्म,….
(विजय कुमार शर्मा-विनायक फीचर्स) सनातन परंपरा में नारी को शक्ति, ज्ञान और तप का प्रतीक माना गया है- सरस्वती, दुर्गा, सीता, गार्गी, मैत्रेयी इसके प्रमाण हैं। फिर आज के….
कांटा लगा फेम शैफाली जरीवाला के असमय निधन की खबर से मैं दुखी हूं। शैफाली गुजरात की बेटी लेकिन ग्वालियर की बहू थी। अपने जमाने के चर्चित शराब कारोबारी स्वर्गीय….
(विष्णुदत्त शर्मा-विभूति फीचर्स) “कांग्रेस का लोकतंत्र में विश्वास तब तक है जब तक वह सत्ता में है। जब वह सत्ता से बाहर होती दिखाई देती है, वह संविधान और लोकतंत्र….
(दिनेश चंद्र वर्मा-विनायक फीचर्स) आपातकाल के वे दिन, भारतीय इतिहास के सर्वाधिक कलुषित दिनों के रूप में याद किए जाएंगे। आपातकाल के नाम पर इस देश में जो तानाशाही….