Category: फीचर्स

5 जून विश्व पर्यावरण दिवस विशेष :दुनिया भर के लिए मुसीबत बनता प्लास्टिक और उससे होने वाला प्रदूषण

  हर वर्ष 5 जून को मनाया जाने वाला विश्व पर्यावरण दिवस हमें प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का स्मरण कराता है। यह प्रश्न विचारणीय है कि पर्यावरण के प्रति….

विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष : वन्यजीवों, मानव स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचाता प्लास्टिक प्रदूषण

  प्लास्टिक प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है। प्लास्टिक प्रदूषण का मतलब है पर्यावरण में प्लास्टिक का संचय होना, जो वन्यजीवों और मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। यह एक….

राजा भभूत सिंह :जिनके स्वाभिमान की ज्वाला से आज भी गूंजती हैं सतपुड़ा की वादियां

  मध्य भारत की धरती, विशेषकर मालवा और नर्मदा तटवर्ती सतपुड़ा क्षेत्र, प्राचीन समय में अवंतिका महाजनपद का हिस्सा रही है। इस क्षेत्र की महादेव पहाड़ियाँ, ताप्ती और नर्मदा की….

जाति आधारित जनगणना से बदल सकती है आरक्षण नीति

  भारत में जाति आधारित जनगणना का मुद्दा लंबे समय से राजनीतिक और सामाजिक बहस का केंद्र रहा है। 1931 के बाद, भारत में व्यापक जाति जनगणना नहीं हुई है।….

जाति आधारित जनगणना से बदल सकती है आरक्षण नीति

  भारत में जाति आधारित जनगणना का मुद्दा लंबे समय से राजनीतिक और सामाजिक बहस का केंद्र रहा है। 1931 के बाद, भारत में व्यापक जाति जनगणना नहीं हुई है।….

महिला जगत :आत्मविश्वास, सौंदर्य और स्मार्ट व्यक्तित्व की ओर एक कदम

  (डाॅ. फ़ौज़िया नसीम शाद-विभूति फीचर्स) वर्तमान समय में नारी ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और परिश्रम से वह स्थान प्राप्त किया है, जो कभी केवल पुरुषों का विशेषाधिकार….

व्यंग्य : जीवन के रंगमंच पर बिगड़े बोल

  (सुधाकर आशावादी-विनायक फीचर्स) जीवन के इस रंगमंच पर अभिनय की अपनी लाचारी, पर्दा उठता पर्दा गिरता, आते हैं सब बारी बारी । निस्संदेह रंगमंच हो या वास्तविक जीवन ।….

सावधान! यह जासूसी नेटवर्क देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है

प्रसिद्ध शायर मुजफ्फर रज्मी का एक शेर है – *’लम्हों ने खता की थी, सदियों ने सज़ा पाई।’* यह शेर इतिहास में दर्ज उन गद्दारों पर पूरी तरह से सटीक….

स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो रहे हैं केमिकल से तैयार फल

देश के हर एक शहर की तरह ही पंजाब के फिरोजपुर में रोजाना पांच से छह ट्रक कच्चे पपीते के उतारे जा रहे हैं , कच्चा पपीता और कच्चा केला….

पुनः दस्तक देता कोरोना : सबक भूले तो संकट फिर सामने

  साथियों, महामारी का वह भयावह दौर जब याद आता है, तो रूह कांप जाती है। 2020 की वह सुबहें और शामें, जब पूरे विश्व में सन्नाटा पसरा था, मानवता….