Category: फीचर्स

पुरातत्व एवं पत्रकारिता को समर्पित,सदैव गतिमान दिनेश चंद्र वर्मा

  *जो न कभी संघर्ष से डरे, न कलम के साथ समझौता किया*   (पवन कुमार वर्मा- विनायक फीचर्स) इतिहास, पुरातत्व और धार्मिक विषयों पर अपनी अलग और मजबूत पकड़….

समोसा जलेबी खतरनाक है या पिज्जा बर्गर पेस्ट्री केक

आजकल समोसा जलेबी जमकर चर्चा में हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह पर ध्यान दें तो समोसा जलेबी से अधिक खतरा पिज्जा,बर्गर, पेस्ट्री, केक, मैगी, चाउमीन, नूडल्स, आमलेट और चाइनीज़ फूड….

हिंदी फिल्मों की दुर्गति

  बात अस्सी के दशक की है जब रेडियो का जमाना हुआ करता था। रेडियो सीलोन जो कि कोलंबो से अपना प्रसारण करता था। हिंदी फिल्मों के गीतों को सबसे….

डॉ. सुधा यादव बन सकती हैं भाजपा की अगली राष्ट्रीय अध्यक्ष

भारतीय जनता पाटी ही नहीं बल्कि पूरे देश के राजनीतिक गलियारों में इन दिनों यह चर्चा आम है कि पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा। कई नाम इस दौड….

दृष्टिकोण : भ्रामक बयानबाजी से घटती विश्वसनीयता

(डॉ. सुधाकर आशावादी-विभूति फीचर्स) *’चल रहे हैं दौर विष के देवता के आवरण में, रात की काली लटा है भोर के पहले चरण में, देश का दुर्भाग्य चिंतन क्या भला….

पिचहत्तर में रिटायरमेंट :कहीं पे निगाहें, कहीं पे निशाना

  राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 75 साल की उम्र में रिटायर्मेंट की बात जबसे की है तबसे राजनीतिक हलकों में खलबली मची हुई है। हालांकि यह….

कितना लाएगा रंग, ठाकरे बंधुओं का संग

(मुकेश “कबीर”-विनायक फीचर्स) मुंबई में हुई ठाकरे बंधुओं की सभा की चर्चा पूरे देश में है, भावनात्मक तौर पर यह सभा भले ही सफल रही हो लेकिन राजनीतिक नजरिए से….

भारतीय संस्कृति का अनुपम एवं दिव्य उत्सव गुरुपूर्णिमा

  (विजय कुमार शर्मा-विनायक फीचर्स) गुरु पूर्णिमा भारतीय संस्कृति का एक दिव्य उत्सव है, जो श्रद्धा, समर्पण और ज्ञान के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। यह दिन केवल एक पर्व….

दृष्टिकोण :पहचान पत्रों की अनिवार्यता क्यों

(डॉ. सुधाकर आशावादी-विनायक फीचर्स) देश में पहचान पत्रों की अनिवार्यता क्यों है ? सटीक पहचान के लिए आधार कार्ड पर करोड़ों रुपया क्यों बर्बाद किया जा रहा है, जब उनके….

सत्ता को सदैव असहज करता है सच्चा व्यंग्य*

  (विवेक रंजन श्रीवास्तव -विनायक फीचर्स) व्यंग्य साहित्य और कला की वह धार है जो समाज की कुरीतियों, अत्याचारों और विसंगतियों को लक्ष्य करती है। परंतु जब यही तीखापन सत्ता,….