विकसित राष्ट्र के विकास का आधार स्तम्भ है महिला सशक्तिकरण
“नारी अस्य समाजस्य कुशलवास्तुकारा अस्ति” “नारी समाज की आदर्श शिल्पकार है”,भारतीय दर्शन का यह उल्लेख नारी शक्ति और निर्माण का आह्वान है। भारत में नारी सदैव अग्रणी रही है,….
“नारी अस्य समाजस्य कुशलवास्तुकारा अस्ति” “नारी समाज की आदर्श शिल्पकार है”,भारतीय दर्शन का यह उल्लेख नारी शक्ति और निर्माण का आह्वान है। भारत में नारी सदैव अग्रणी रही है,….
एक अदृश्य शक्ति , जिसे आध्यात्मिक दृष्टि से हम परमात्मा कहते हैं,इस सृष्टि का निर्माण कर्ता , नियंत्रक व संचालक है। स्थूल वैज्ञानिक दृष्टि से इसी अद्भुत शक्ति को….
(विवेक रंजन श्रीवास्तव-विभूति फीचर्स) विश्व की आबादी आठ सौ करोड़ पार होने को है , कमोबेश इसमें महिलाओं की संख्या पचास प्रतिशत है । यद्यपि भारत में स्त्री पुरुष….
स्वामी दयानंद उन्नीसवीं शताब्दी के एक क्रांतिकारी एवं प्रखर बुद्धि के समाज सुधारक थे। जन्म आधारित वर्ण व्यवस्था को वेद-विरुद्ध समझकर उन्होंने समाज को वेदों की सच्चाई बताई। जाति….