Category: धार्मिक / आध्यात्मिक

छठ की छायी रौनक

  *🌹माँ गौरी की प्रेरणा से माता सीता ने व भगवान शिव की प्रेरणा से द्रौपदी ने किया छठ व्रत पूजन आरम्भ* *🌹महाभारत काल से आ रही छठ पूजा की….

काशी के समान पूजनीय है उत्तरकाशी, इसे कहते है उत्तराखण्ड की वाराणसी

  शिव व शक्ति की पावन भूमि देवभूमि उत्तराखण्ड के पग – पग पर तीर्थ स्थलो की अद्भूत श्रृखंलाएं मौजूद है सुन्दर पर्वत मालाओं के मध्य प्राचीन काल से पूजनीय….

आस्था व भक्ति का अद्भूत केन्द्र : कांडा का श्री महाकाली दरबार,

  जनपद बागेश्वर के काड़ा में स्थित श्री महाकाली का दरबार परम आस्था का प्रतीक है उत्तराखण्ड़ के प्रसिद्ध काली मन्दिरों में एक देवी के इस पावन क्षेंत्र की महिमां….

बंगलाधार में हुआ प्रभु श्री राम व उनकी ईष्ट देवी माँ बंगलामुखी का विशेष पूजन

  प्रभु श्री राम चन्द्र जी की ईष्ट देवी माँ पीताम्बरी का पूजन बंगलाधार क्षेंत्र में दीपावली के अवसर पर धूमधाम के साथ आयोजित हुआ उत्तराखण्ड़ क्षेत्र में स्थित टिहरी….

माँ गंगा भी धोती है अपने पापों को इस नदी में, स्मरण व दर्शन से मिलता है स्नान का फल , ग्रहण काल में कीजिये इस नदी का स्मरण

अमरकटंक/(मध्य प्रदेश)/माँ गंगा लोगों के पाप धोते धोते जब स्वंय मैली होकर बन्धन में पड़ जाती है, तब वह माँ नर्मदा में काली गाय का रुप धारण कर वर्ष भर….

ग्रहण काल के समस्त अमंगलों को मंगल में बदल देती है ये महाशक्ति बड़ा फलदायी है इनका स्मरण

  *🌹माँ भद्रकाली का पीताम्बरी स्वरुप* *🌹दस महाविद्याओं में एक है, माँ पीताम्बरी* हिमालयी भूभाग में जनपद बागेश्वर के कमस्यार घाटी में स्थित मां भद्रकाली दरबार के प्रति विभिन्न देवी-देवताओं….

स्वयं शिव ने माँ पार्वती से केदारखण्ड में कहा है कि इस तीर्थ की महिमा का बखान 100 वर्षों में भी संभव नहीं जानिये कौन है प्रभु श्री राम की यह ईष्ट देवी

  प्रभु श्री राम चन्द्र जी की ईष्ट देवी माँ पीताम्बरी का पूजन बंगलाधार क्षेंत्र में नवरात्रियों के अवसर पर धूमधाम के साथ आयोजित हो रहा है उत्तराखण्ड़ क्षेत्र में….

पालड़ी बसगाँव की गुमनाम काशी में शिवरात्रि पर छाई रौनक, भक्तों की उमड़ी भीड़

  बसगॉव,(पालडी)/सुयालबाड़ी (नैनीताल) शिवरात्रि के पावन अवसर पर  बसगांव पालड़ी के नीचे काशी मन्दिर में भक्तो की भारी भीड़ उमड़ी भक्तों ने यहां शंकर का पूजन कर स्वयं को धन्य….

दुर्लभ रहस्य : काशी की महिमां में गुप्त काशी : जानिए कहा है हिमालय की वाराणसी

  रूद्रप्रयाग / गुप्तकाशी /बाबा विश्वनाथ जी की गुप्त नगरी गुप्तकाशी की महिमा सदियों से पूज्यनीय है, आध्यात्मिक लिहाज से यह स्थान बेहद महत्वपूर्ण है, भगवान भोलेनाथ जी का यह….

लंकापति रावण के दादाजी की तपोभूमि रही है कालीचौड़

  आदि शक्ति भगवती महाकाली की महिमा अनंत है। मनुष्य तो क्या बड़े-बड़े ऋषि-मुनि, त्यागी-तपस्वी, सुर -असुर कोई भी माँ की महिमा का बखान करने में पूर्णतः समर्थ नहीं है।….