ओंकारेश्वर:जहां आज भी चौपड़ खेलते हैं शिव पार्वती
*”सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।* *उज्जयिन्यां महाकालम् ओंकारं अमलेश्वरम्॥* श्री शिवमहापुराण के इस श्लोक में “ओंकारं अमलेश्वरम्” का उल्लेख है, जो यह दर्शाता है कि ओंकारेश्वर (और इसके सह स्वरूप….










