Category: धार्मिक / आध्यात्मिक

चित्रशीला घाट : कुमाऊँ का महातीर्थ

काठगोदाम उतरायणी पर्व वैसे तो सम्पूर्ण भारतवर्ष में मनाया जाता है, परन्तु उत्तराखण्ड में इसका उल्लास देखते ही बनता है। उत्तराखण्ड के संदर्भ में यदि पर्वतीय प्रदेश का अर्थ ‘पर्व….

दुर्लभ रहस्य :काशी व कैलाश से ज्यादा फलदायी है कुमाऊँ का यह तीर्थ

  रहस्य,रोंमाच व आस्था का अद्भूतसंगम बागेश्वर उत्तरायण काल में बागेश्वर में लगने वाला कौतिक लम्बे समय तक अपनी आभा बिखेरे रखता है।शिवरात्रि के बाद तक यहां बागनाथ जी के….

कुमाऊँ का अद्भूत सूर्य मंदिर,: दर्शन से मिलता है सौभाग्य और सौभाग्य से होते है दर्शन

  देवभूमि उत्तराखण्ड़ की धरती पर अनेक सूर्य मंदिर है जो कि पौराणिक आस्थाओं का महान केन्द्र है इन सूर्य मंदिरो में स्थानीय भक्तजन बड़ी ही श्रद्धा भाव के साथ….

देव वनों की महिमां

जल,जंगल,जमीन से पहाडवासियों का हक दिन प्रतिदिन छिनता जा रहा है, इसी कारण लोग पलायन को विवष है क्योकि वनों की रौनक अवैध कटान के कारण कम होते जा रही….

धूमधाम से मनाया जायेगा ब्रम्हलीन संत यति जी का जन्म दिवस,अनेक धार्मिक कार्यक्रम होगें आयोजित अतुलनीय सतों में एक थे, हमारे पूज्य गुरुवर : महामण्डलेश्वर सोमेश्वर यति जी

  बेरीपड़ाव(हल्द्वानी/ब्रम्हलीन महामण्डलेश्वर पवाहारी श्री स्वामी बालकृष्ण यति जी महाराज के जन्म दिवस के अवसर पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया जायेगा इस अवसर पर श्री महालक्ष्मी मंदिर बेरीपड़ाव में….

हाट कालिका की परम शक्ति करतेश्वर महादेव गुमनामी के साये में

  गंगोलीहाट महाकाली मन्दिर से 3 किलोमीटर नीचे तुनाड नामक स्थान पर श्री कीर्ति बागीश्वर उर्फ करतेश्वर महादेव का मंदिर व गुफा है मन्दिर प्रतीकात्मक रूप में बनाया गया है….

घंटाकर्ण के आराध्य देव घंटेश्वर महादेव का वास कुमाऊँ में है यहाँ

  पिथौरागढ़ का घंटाकर्ण मंदिर प्राचीन काल से परम पूजनीय है दूरदराज क्षेत्रों से भक्तजन यहां पहुंचकर घंटाकर्ण के आराध्य देव घण्टेश्वर महादेव की आराधना करके स्वंय को धन्य मानते….

अद्भूत गुमनाम तीर्थ : बद्री व केदार के समान फलदायी है इस तीर्थ स्थल के दर्शन

  त्रिपुरादेवी/कोटेश्वरउत्तराखण्ड स्वयं एक पवित्र तीर्थ स्थल है। यहां स्थित पौराणिक शिवालयों व ऐतिहासिक गुफाओं का विशेष महत्व है। स्कंद पुराण में उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र को मानस खण्ड और….

कुमाऊँ की धरती पर अन्तिम बार श्री राम ने इस स्थान पर  किया था शिव पूजन काशी विश्वनाथ से दस गुना फलदायी माना जाता है यह तीर्थ

  सरयू और रामगंगा के मध्य हाट कालिका व जागेश्वर महिमा को पूर्णित करने वाला तीर्थ रामेश्वर की महिमा भी अनादि व अनन्त है। यह स्थल भगवान श्री राम का….

हिमालय के महाप्रतापी योद्धा कलियुग के तारणहार श्री श्याम बाबा की है अद्भूत गाथा

  श्री श्याम बाबा की महिमा का वर्णन अतुलनीय है। अर्थात् उसकी कहीं भी तुलना नहीं की जा सकती है। समस्त तुलनाओं से परे श्री श्याम बाबा की महिमा का….