Category: धार्मिक / आध्यात्मिक

सतयुग के प्रसिद्ध राजा सत्य केतु की कर्म भूमि रहा उत्तराखण्ड़ का यह क्षेत्र

  हिमालय भूमि की आध्यात्मिक संस्कृति जितनी समृद्ध है उतनी ही विराट व अनन्त भी। इसलिए हिमालय के बारे में पुराणों में कथन है कि “देवात्मा हिमालयो नाम नगधिराज।”। वास्तव….

बिन्दुखत्ता में श्रीराम लीला की धूम : देखे मनभावन वीडियो

  बिन्दुखत्ता के इन्द्रानगर क्षेत्र में इन दिनों प्रभु श्री राम की भव्य लीला का उत्सव चल रहा है यहाँ 29 वर्ष से आयोजित हो रही लीला बेहद आकर्षण का….

नलखेड़ा स्थित त्रिशक्ति माँ बगलामुखी की महिमां अपरम्पार : स्वामी सांदीप्रेंद

  नलखेड़ा में स्थित माँ बंगलामुखी देवी का दरबार पौराणिक काल से परम आस्था और भक्ति का संगम है कहा जाता है कि माँ पीतांबरी अर्थात माँ बगलामुखी देवी के….

बिन्दुखत्ता के इन्द्रानगर में श्री रामलीला का शुभारम्भ

बिन्दुखत्ता। नव ज्योति रामलीला मंचन इंद्रा नगर बिन्दुखत्ता का विधिवत शुभारंभ हो गया है ।भगवान श्री गणेश जी की पूजा व वंदना के बाद प्रभु श्री राम चन्द्र जी का….

अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत बाबा मामा दास एवं देश के प्रसिद्ध पहलवान सूरजभान दास ने किये माँ अवंतिका के दर्शन हनुमानगढ़ी की बताई महिमां

  आस्था व भक्ति का संगम हनुमान गढ़ी मन्दिर : बाबा मामादास लाल कुआँ/अयोध्या की पावन धरती परम पूजनीय है।इस धरा पर हनुमान गढ़ी मन्दिर एक ऐसा अलौकिक स्थान है….

छठ की छायी रौनक

  *🌹माँ गौरी की प्रेरणा से माता सीता ने व भगवान शिव की प्रेरणा से द्रौपदी ने किया छठ व्रत पूजन आरम्भ* *🌹महाभारत काल से आ रही छठ पूजा की….

काशी के समान पूजनीय है उत्तरकाशी, इसे कहते है उत्तराखण्ड की वाराणसी

  शिव व शक्ति की पावन भूमि देवभूमि उत्तराखण्ड के पग – पग पर तीर्थ स्थलो की अद्भूत श्रृखंलाएं मौजूद है सुन्दर पर्वत मालाओं के मध्य प्राचीन काल से पूजनीय….

आस्था व भक्ति का अद्भूत केन्द्र : कांडा का श्री महाकाली दरबार,

  जनपद बागेश्वर के काड़ा में स्थित श्री महाकाली का दरबार परम आस्था का प्रतीक है उत्तराखण्ड़ के प्रसिद्ध काली मन्दिरों में एक देवी के इस पावन क्षेंत्र की महिमां….

बंगलाधार में हुआ प्रभु श्री राम व उनकी ईष्ट देवी माँ बंगलामुखी का विशेष पूजन

  प्रभु श्री राम चन्द्र जी की ईष्ट देवी माँ पीताम्बरी का पूजन बंगलाधार क्षेंत्र में दीपावली के अवसर पर धूमधाम के साथ आयोजित हुआ उत्तराखण्ड़ क्षेत्र में स्थित टिहरी….

माँ गंगा भी धोती है अपने पापों को इस नदी में, स्मरण व दर्शन से मिलता है स्नान का फल , ग्रहण काल में कीजिये इस नदी का स्मरण

अमरकटंक/(मध्य प्रदेश)/माँ गंगा लोगों के पाप धोते धोते जब स्वंय मैली होकर बन्धन में पड़ जाती है, तब वह माँ नर्मदा में काली गाय का रुप धारण कर वर्ष भर….