आखिरकार अल्मोड़ा जिला अस्पताल में आयुर्वेदिक उपचार व्यवस्था में हुआ सुधार

ख़बर शेयर करें

 

+ सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे के प्रयास लाए रंग

+ दवाइयों की उपलब्धता के साथ ही बढ़ने लगी ओपीडी में मरीजों की संख्या

अल्मोड़ा ।
पंडित हर गोविंद पंत जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा परिसर में स्थित कक्ष संख्या-9 में संचालित जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में आखिरकार लम्बे अर्से के बाद जरूरी आयुर्वेदिक दवाइयां उपलब्ध होने लगी हैं।
मरीजों को अब पहले की तुलना में बेहतर सुविधा और दवाइयां मिल रही हैं।
दरअसल आयुर्वेदिक चिकित्सा व्यवस्था पटरी पर आने के पीछे नगर के लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे के अथक प्रयास हैं। उन्होंने इस मामले में चार अलग-अलग शिकायतें दर्ज करवाई थीं — जिनमें तत्कालीन जिलाधिकारी और दो चिकित्सकों के खिलाफ अनियमितताओं के आरोप लगाए गए थे।मामला अब प्रधानमंत्री कार्यालय, राज्यपाल, मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव और आयुष सचिव तक पहुंच चुका है।
इस दौरान जिलाधिकारी का स्थानांतरण हो चुका है और दो चिकित्सकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही है।
संजय पाण्डे ने उच्चाधिकारियों को आधिकारिक दस्तावेज और प्रमाण भी भेजे हैं, जिन पर समुचित कार्रवाई तय मानी जा रही है।
इस सबके बावजूद हैरानी की बात यह है कि आरोपी चिकित्सक स्वयं को “सचिव का खास आदमी” बताकर अभी भी अपना प्रभाव दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, पर अब निदेशालय स्तर से अल्मोड़ा के लिए नए आयुर्वेदिक अधिकारी की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस बीच वरिष्ठ आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. गीता पुनेठा जिला अस्पताल के कक्ष संख्या-9 में मरीजों का नियमित उपचार कर रही हैं और अब ओ.पी.डी. में मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की जा रही है, जो लोगों के विश्वास को दर्शाता है।सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे ने नागरिकों से अपील की है कि वे जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय, अल्मोड़ा में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ लें और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर विश्वास बनाए रखें।