98 वर्षीय पूर्व सैनिक राम सिंह ने कारगिल दिवस पर मुख्यमन्त्री से की यह मांग

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स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं 6 कुमाऊं रेजीमेंट के 98 वर्षीय पूर्व सैनिक राम सिंह ने मुख्य मंत्री से गाँव की सड़क पक्की करने की लगाई गुहार
+ 1965 के भारत- पाक युद्ध में दिखाई थी वीरता, पेट में गोली लगने से हुए थे घायल
+ अस्सी के दशक में भाजपा से जुड़ कर वरिष्ठ स्थानीय नेता के रूप में रहे हैं लोकप्रिय
+ तीन सालों में क्षेत्रीय विधायक से भी कई बार कर चुके हैं सड़क पक्की करने की मांग
+ बार-बार कोरे आश्वासन मिलने से निराश हैं 98 वर्षीय पूर्व सैनिक राम सिंह

गंगोलीहाट ( पिथौरागढ़ ), स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रह चुके 6 कुमाऊं रेजीमेंट के पूर्व सैनिक 98 वर्षीय राम सिंह ने कारगिल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपने गॉव की कच्ची और जर्जर सड़क को पक्की कराने की गुहार लगाई है।
जनपद पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट अन्तर्गत जीवल गॉव के निवासी वयोवृद्ध पूर्व सैनिक राम सिंह कई वर्ष पूर्व बनी अपने गॉव की कच्ची सड़क को डामरयुक्त पक्की सड़क के रूप में देखने का वर्षों से सपना पाले हुए है। इसके लिए राम सिंह ने तमाम समस्याओं का हवाला देकर कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय विधायक फकीर राम को पत्र लिखकर सड़क पक्की किये जाने की माँग उठाई । परन्तु उनको कार्यवाही के नाम पर केवल कोरे आश्वासन ही मिलते आ रहे हैं । परिणाम स्वरूप आज वह जिम्मेवार लोगो के कार्य व्यवहार से काफी दुखी और निराश हैं।
पूर्व सैनिक रामसिंह ने 1965 के भारत-पाक युद्ध में हिस्सा लिया था और अद्भुत वीरता के साथ दुष्मन से युद्ध करते हुए उनके पेट में गोली लगने से वह बुरी तरह घायल हो गए थे। उपचार के बाद वह ठीक तो हो गए, लेकिन मेडिकल ग्राउण्ड पर आख़िरकार उनको सेना से सेवानिवृत्त होना पड़ा ।
घर आने के बाद रामसिंह खाली नहीं बैठे, अपितु खेती-बाड़ी के साथ-साथ वह क्षेत्र में सामाजिक कार्यों से जुड़ गये और जरूरतमंदो के लिए काम करने लगे।
अस्सी के दशक में वह भारती जनता पार्टी से जुड़ गए और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाने लगे। धीरे – धीरे फौजी रामसिंह वरिष्ठ भाजपा नेता के रूप में क्षेत्रभर में काफी लोकप्रिय हो गए।
वर्तमान में रामसिंह 98 वर्ष के हो गए हैं, परन्तु समाज व देश के प्रति उनके जज्बे में जरा भी कमी नहीं आयी है। उनका कहना है कि दुनियां छोड़ने से पहले वह अपने गॉव की सड़क को पक्की देखना चाहते हैं।
एक मुलाकात में उन्होंने कहा कि पक्की सड़क के लिए उनको देहरादून भी जाना पड़े तो वह अवश्य जायेंगे और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर पक्की सड़क बनवा कर ही मानेंगे ।
रामसिंह ने कहा कि वह बीते तीन सालों में क्षेत्रीय विधायक फकीर राम से कई बार पक्की सड़क के लिए गुहार लगा चुके हैं, परन्तु विधायक ने कभी भी इस दिशा में गम्भीरता दिखाने की जरूरत नहीं समझी । निराश हो कर अब वह राज्य के मुखिया श्री धानी से एक उम्मीद लगाए हुए हैं।
बता दें कि 98 वर्षीय पूर्व सैनिक रामसिंह का गॉव जीवल, पाताल भुवनेश्वर के काफी नजदीक पड़ता है, जो एक अदद पक्की सड़क से आज तक वंचित है।
रामसिंह का कहना है कि पक्की सड़क बनने से ग्रामीणों की बहुत सारी समस्याएं हल हो सकती हैं।

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