पाली-पछाऊं ऐतिहासिक स्याल्दे-बिखौती की तैयारियों को लेकर हुई बैठक।

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रिपोर्टर: कैलाश पुजारी
स्थान:द्वाराहाट
एंकर: द्वाराहाट की परंपरागत लोक संस्कृति से जुड़ा उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध स्याल्दे बिखौती का मेला पाली पछाऊँ क्षेत्र का सर्वाधिक लोकप्रिय रंग रंगीला  त्योहार है. चैत्र मास की अन्तिम रात्रि ‘विषुवत्’ संक्रान्ति 13 या 14 अप्रैल को प्रतिवर्ष द्वाराहाट से 8 कि.मी.की दूरी पर स्थित विमांडेश्वर महादेव में बिखौती का मेला लगता है. बिखौती की रात के अगले दिन वैशाख मास की पहली और दूसरी तिथि को द्वाराहाट बाजार में स्याल्दे बिखौती का मेला लगता है. मेले की तैयारियां आसपास के गांवों में एक महीने पहले से ही शुरु हो जाती हैं. इस साल भी यह स्याल्दे बिखौती का मेला 13 अप्रैल से 17 अप्रैल तक मनाया जाएगा। इसी पाली-पछाऊं ऐतिहासिक स्याल्दे-बिखौती की तैयारियों को लेकर हुई बैठक तमाम पर चर्चा हुई। विधायक मदन सिंह बिष्ट ने मेले को भव्य और आकर्षक के लिए चार लाख रुपए की धनराशि देने घोषणा की, कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर संरक्षित प्रयास जाएंगे। कि इसी माह मेला समिति साथ मुख्यमंत्री मुलाकात मेले राज्य स्तरीय मेला घोषित करने आदि विषयों पर चर्चा जाएगी। सचिव नारायण रावत की संचालन हुई बैठक ब्लॉक प्रमुख दीपक किरौला हर संभव मदद का भरोसा दिया। बैठक आल, और न्यौज्यूला पार्टी थोकदार, ग्राम समेत ग्रामीण और नगर गणमान्य नागरिक और सामाजिक संगठनों प्रतिनिधि मौजूद रहे। मेला समिति के उपाध्यक्ष हेम रावत, नारायण अधिकारी, मुकुल चौधरी, जगत रौतेला, गोविंद अधिकारी, विमल साह, केपीएस अधिकारी आदि ने भी सुझाव दिए। बताया कि 13 अप्रैल से मेला शुरू होगा। 14 अप्रैल को छोटी स्याल्दे जबकि 15 को मुख्य का आयोजन किया जाएगा। वहीं 16 और 17 अप्रैल को मीना बाजार लगेगा। विधायक बिष्ट ने पुलिस-प्रशासन, विद्युत विभाग, जल संस्थान आदि अधिकारियों को व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मेले संस्कृति विभाग सांस्कृतिक दलों के अलावा स्थानीय स्कूलों व विभिन्न संस्थानों छात्र-छात्राओं द्वारा भी रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। लोक कलाकारों को भी बुलाया जाएगा। बैठक तहसीलदार नीना चंद्रा सहित पुलिस प्रशासन के लोग भी मौजूद रहे।

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