सत्य साधक गुरुजी पहुँचे भद्रकाली 36 घण्टे की साधना के पश्चात् किया हवन

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माई पीतांबरी के अनन्य भक्त सत्य साधक श्री विजेंद्र पांडे गुरु जी ने जनपद बागेश्वर के कमस्यार घाटी में स्थित माँ भद्रकाली दरबार में पहुंचकर माँ के दर्शन किए तथा यहां स्थित गुफा में उन्होंने 36 घंटे की अखंड साधना के पश्चात एक भव्य हवन भी आयोजित किया
साधना व हवन के पश्चात् उन्होंने बताया माँ भद्रकाली के दरबार की महिमां बड़ी ही निराली है जिस पर माँ की कृपा हो जाए वह सदैव परम आनन्द का भागी बनता है उन्होंने बताया तीर्थाटन की दृष्टि से माँ भद्रकाली दरबार का महत्व बड़ा ही अद्भुत व निराला है इस दरबार में स्थित गुफा में माँ पीतांबरी की साधना करके उन्हें बड़े ही अलौकिक अनुभव प्राप्त हुए हैं

उन्होंनें कहा आध्यात्मिक विचार धारा से ही दुनियां विनाश से बच सकती है। हर पल नाम व माँ का सुमिरन व भक्ति करना ही जीवन का मूल उद्देश्य होना चाहिए। सांसारीक कार्य करने के बाद पश्चाताप हो सकता है, परन्तु ईश्वरीय भक्ति, साधना, ध्यान, परोपकार के पश्चात् पश्चाताप का कोई स्थान नही वरन् आनन्द ही आनन्द है। आत्म संतोष की अनुभूति माई पीताम्बरी के शरणागति से ही प्राप्त होती है।
माँ पीताम्बरी की महिमां पर प्रकाश डालते हुए उन्होंनें कहा कि अमृत से मीठा अगर कुछ है तो वह श्री जगदम्बा का गुणगान है,उन्होनें कहा सत्यता के मार्ग पर चलकर ही माँ की कृपा प्राप्त होती है।मन-बुद्धि, इन्द्रियों की वासना को यदि समाप्त करना चाहते हो तो हृदय में माँ की भक्ति की ज्योति को जलाना पड़ेगा। भव-सागर से पार पाने के लिये माँ का गुणगान एक सुन्दर महासेतु है।

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