बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं’ चुनावी मुद्दे से गायब

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हल्दूचौड़। रिम्पी बिष्ट
हर साल लाखों लोगों की असमय मौतें किसी भी राजनीतिक दल के लिए बड़ा मुददा नहीं हैं आम आदमी इलाज के अभाव में दम तोड़ रहा है, लेकिन चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का इस ओर जरा भी ध्यान नहीं है वे धर्म-जाति जैसे मुद्दों की बातें कर मतदाताओं का ध्यान भटकाने में लगे हुए हैं इस चुनावी समर में भी किसी नेता के मुंह से इस समस्या पर कोई शब्द नहीं सुनाई दे रहा है।
कभी कभार जनांदोलनों के उपरांत बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चिंताएं जताई जाती हैं और उनसे निपटने के उपायों के बारे में चर्चा भी की जाती है, लेकिन धरातल पर उपायों का क्रियान्वयन नहीं होता है, जिसका खामियाजा एक बड़ी आबादी को कई तरह की बीमारियों के रूप में भुगतना पड़ता है। जिन लोगों पर इन समस्याओं के समाधान की जिम्मेदारी है वे इस तरफ गंभरता से ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हालांकि स्वास्थ्य महकमा अपनी लचर कार्यप्रणाली के वावजूद बेहतरीन सुविधाओं का दंभ भरता है किंतु स्वास्थ्य महकमे के बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं के दावों की पोल खोल रहा है हल्दूचौड़ क्षेत्र का नव निर्मित 30 शैयाओं वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जिसमे शुरुवात से ही सुविधाओं का टोटा शुरू हो गया है। संसाधन और सुविधा के न होने के कारण यहां मरीजों का समुचित इलाज नहीं हो पा रहा है। साथ ही समुचित दवाओं के अभाव में चिकित्सकों को बाहर की दवा लिखने को विवश होना पड़ रहा है। ऐसे में मरीजों को पहले की तरह हल्द्वानी या फिर बाहरी राज्यों के अस्पताल में आना पड़ता है। इससे समय की बर्बादी के साथ ही खर्च भी अधिक पड़ता है।
गौरतलब है की लालकुआं विधानसभा के बरेली रोड लालकुआं बिंदुखता के लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए कुछ ही दिनों पूर्व उक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का विधिवत लोकार्पण किया गया था और स्थानीय लोगों को उक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के खुलने से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की आस जगी थी किंतु इसे विडंबना ही कहा जाएगा की लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना वाला उक्त स्वास्थ्य केंद्र अपने शुरुवाती दौर में ही दम तोड़ता नजर आ रहा है। शुरुवाती दौर में ही संसाधनों के अभाव में जहां चिकित्सक बाहरी दवाएं लिख रहे हैं वहीं एक्सरे अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण जांचों के अभाव के चलते उन्हें मरीजों को हायर सेंटर रेफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है।

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