बगलामुखी जयन्ती पर सैंचुरी के एच आर हैड डाँ० ए ०पी० पाण्डेय को भेंट की गयी ” जय माँ बगलामुखी पुस्तक, पिताश्री को बताया जीवन का सबसे बड़ा आदर्श

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लालकुआं ( नैनीताल ), बगलामुखी जयन्ती के पावन अवसर पर आज यहाँ सैंचुरी मिल ( सी पी पी ) परिसर में मिल के एच आर हैड डाक्टर अरुण प्रकाश पाण्डेय को नैनीताल पर्यटन एवं परिवहन विकास सहकारी संघ लि. द्वारा प्रकाशित ” जय माँ बगलामुखी ” पुस्तक भेंट स्वरूप प्रदान की गयी। सप्रेम पुस्तक ग्रहण करते हुए डॉ पाण्डेय ने प्रकाशक, लेखक व लेखकीय टीम का धन्यवाद करते हुए सभी का आभार जताया और अपनी ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी
विदित हो कि उत्तराखण्ड व उत्तर प्रदेश के अलग – अलग जनपदों में जज रहे श्री ए० पी० पाण्डे के पिताश्री स्व० श्री उमाशंकर पाण्डेय जी की मधुर स्मृति में प्रकाशित की गयी यह पुस्तक पूर्णतः देवभूमि में तीर्थाटन विकास व धार्मिक पर्यटन को समर्पित है । चूंकि डॉ अरुण प्रकाश पाण्डेय स्वयम् भी एक धर्म प्रेमी , संस्कृति प्रेमी व्यक्ति के साथ देवभूमि उत्तराखण्ड के प्रति अपार स्नेह व श्रद्धा रखने वाले अधिकारी हैं । उन्होंने पुस्तक का अवलोकन करने के साथ ही कहा कि देवभूमि की प्राचीन धार्मिक परम्पराओं तथा पौराणिक तीर्थ स्थलों को पुस्तक के माध्यम से देश व दुनिया के सामने लाने का यह प्रयास वास्तव में सराहनीय है। निःसन्देह इससे देश विदेश के लोगों में उत्तराखण्ड के प्रति आकर्षण बढ़ेगा और यहाँ विकास व रोजगार की नयी सम्भावनाएं पैदा होंगी। उन्होंने कहा कि प्राचीन मन्दिरों, तीर्थों, देवस्थलों, संस्कृति व परम्पराओ पर जो ज्ञान वर्द्धक व शोध परक सामग्री पुस्तक में संग्रहीत की गयी है, इससे आम जनमानस के साथ ही सम्बन्धित विभागों का भी मार्गदर्शन होगा और सरकार को लोक कल्याणकारी नीतियां व योजनाएं बनाने में भी सहूलियत होगी ।
डॉ पाण्डेय ने पुस्तक में जब पूर्व जज स्व० उमाशंकर पाण्डेय के महान व्यक्तित्व व कृतित्व के बारे मे पढ़ा तो बीते दिनों को याद कर यकायक वह भाव – विभोर हो उठे उन्होंने फिर स्वयम ही बताया कि उनके पिता ही उनके जीवन का महान् आदर्श है उन्होंने कहा यह पुस्तक बारम्बार पिताश्री के महान् आदर्शो का स्मरण कराते रहेगी इसी क्रम में

डॉ अरुण प्रकाश पाण्डेय ने अपने पिता जी की अनुशासन प्रियता, कर्तव्य परायणता, ईमानदारी व न्याय प्रियता से जुड़ी यादों को ताजा करते हुए कहा कि बचपन से ही उनको परिवार में कर्तव्य के प्रति निष्ठा, ईमानदारी, अनुशासन का वातावरण देखने के लगातार अवसर मिले । बेशक उन्हीं संस्कारो के बल पर जीवन की हर सम्भावित चुनौतियां सहज ही सामान्य होती रही। माता- पिता व पारिवारिक संस्कारों का ही प्रतिफल है कि सदैव सही रास्तों पर चलने की प्रेरणा मिलती रही।
यहां यह बताते चलें कि सैंचुरी पल्प एण्ड पेपर मिल के एच आर हैड डॉ अरुण प्रकाश पाण्डेय बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी अधिकारी हैं। अनुशासन, ईमानदारी, व कर्तव्य के प्रति निष्ठा भाव उनकी स्वाभाविक प्रवृत्ति है। इसीलिए वह मिल प्रबन्धन से लेकर मिल कार्मिको के बीच अत्यधिक सम्मान की दृष्टि से देखे जाते हैं। कर्तव्य पालन में जितने सख्त दिखाई पड़ते हैं, निजी जीवन में उतने ही सरल, मिलनसार व सामाजिक भी हैं। यही कारण भी है कि वर्तमान में सी पी पी कार्मिको व प्रबन्धन के बीच व्यावहारिक सन्तुलन व समन्वय के साथ डॉ पाण्डेय सभी कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं।
मदन मधुकर

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