चाइल्ड सैक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिन्दुखत्ता,आधुनिक तकनीकि आधारित बेहतर शैक्षणिक गुणवता के चलते जनपद में बनाई अलग पहचान

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चाइल्ड सैक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिन्दुखत्ता,आधुनिक तकनीकि आधारित बेहतर शैक्षणिक गुणवता के चलते जनपद में बनाई अलग पहचान
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*बोर्ड परीक्षाओं मे लगातार शत- प्रतिशत परिणाम देने में अग्रणीय

*अनेकानेक राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों के मार्गदर्शन में छात्रों का बेहतर भविष्य निर्माण को प्रतिबद्ध
*सी एस सी बाल विद्यालय के माध्यम से ए आई तकनीक व ड्रोन तकनीक के प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार सचालित
*बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए योग, मेडिटेशन व आध्यात्मिक ज्ञान पर विशेष जोर

*प्री प्राइमरी कक्षाओं में बच्चों के बौद्धिक कौशल विकास हेतु प्ले वे मैथड को प्रमुखता

विन्दुखत्ता- लालकुआं ( नैनीताल ), विन्दुखत्ता क्षेत्र के राजीव नगर प्रथम में लगभग ढाई दशक से संचालित ” चाइल्ड सैक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल ” शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रान्ति लाने की दिशा में उत्तरोत्तर अग्रसर है। जहाँ एक ओर यह विद्यालय आधुनिक तकनीकि आधारित बेहतर एवं व्यावहारिक शिक्षा देने के लिए समूचे नैनीताल जनपद में अपनी एक अलग पहचान बना चुका , वहीं योग, मेडिटेशन व आध्यात्म के जरिये छात्रों के सर्वांगीण हेतु लगातार सार्थक प्रयास व व्यावहारिक कार्यक्रम नियमित रूप से सम्पन्न किये जा रहे हैं।
वर्ष 1999 में स्थापित चाइल्ड सेक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विधिवत पठन-पाठन व शिक्षण कार्य वर्ष २००० से आरम्भ हुए। इस विद्यालय की नींव बसन्त पाण्डे और उनकी धर्म पत्नी सुनीता पाण्डे द्वारा रखी गयी थी। बसन्त पाण्डे आरम्भ से ही विद्यालय के प्रबन्धक का दायित्व निभाते आ रहे हैं जबकि प्रधानचार्या व प्रबन्ध निदेशक की जिम्मेदारी शुरू से वर्तमान तक लगातार सुनीता पाण्डे द्वारा निभाई जाती रही है । शुरुआत में प्री प्राईमरी व प्राईमरी कक्षाए संचालित की गयी और धीरे-धीरे वर्ष दर वर्ष कक्षाएं बढ़ती चली गयी और फिर कुछ ही वर्षों में सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं तक अध्ययन-अध्यापन का विस्तार हो चला । सीमित संसाधनों और भारी वित्तीय अभावों के बावजूद पाण्डे दम्पत्ति ने धैर्य, विवेक, दूर दृष्टि और कुल मिलाकर अदम्य साहस का परिचय देते हुए हर चुनौती का सामना किया । शिक्षण कार्यों में हर हाल में गुणवत्ता का ध्यान रखा और कड़ी मेहनत व अनुशासन के दम पर स्कूल को एक नई पहचान दिलाई

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बीते कई वर्षों से 10वी और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में लगातार शत- प्रतिशत परिणाम देने वाले जनपद भर के विद्यालयों में चाइल्ड सैक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिन्दुखत्ता सब में अग्रणीय रहा है। हर बार की तरह इस बार भी विद्यालय के अनेक छात्र छात्राओं ने बोर्ड की मैरिट लिस्ट में स्थान बनाया । इस सबके पीछे छात्रों की कड़ी मेहनत तो है ही, परन्तु सबसे अहम कारण है स्कूल प्रबन्धन का अनुशासन, प्रधानाचार्या की सत्य निष्ठा व समर्पण तथा विद्यालय में शिक्षण का स्वस्थ वातावरण । स्कूल के शिक्षकों, छात्रों व प्रबन्धन के बीच परस्पर समन्वय, सम्मान व विश्वास के चलते आज समूचे नैनीताल जनपद में इस विद्यालय की अन्य विद्यालयो की तुलना में अलग पहचान, अलग सम्मान व अलग स्थान है।
विद्यालय के प्रबन्धक बसन्त पाण्डे ने एक भेंट वार्ता में कहा कि चाइल्ड सैक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिन्दुखता ने आज जो भी ख्याति व छात्रों – अभिवावकों तथा शिक्षा विभाग का भरोसा अर्जित किया है, उसके पीछे प्रधानाचार्या श्रीमती सुनीता पाण्डे का अभूतपूर्व त्याग, समर्पण, कड़ी मेहनत के साथ ही स्टाफ के प्रति अपनत्व भाव तथा शिक्षकों पर भरोसा जैसे अनेकानेक कारकों का बड़ा योगदान रहा है।
प्रबन्धक बसन्त पाण्डे कहते हैं कि यदि नीतियां स्पष्ट व पारदर्शी हो, नीयत साफ हो, सोच सकारात्मक हो, संकल्प शुभ हो तो लक्ष्य भी सुखद व सन्तोषप्रद होता है।
श्री पाण्डे ने कहा कि अनेक स्वास्थ्यगत व्याधियो के रहते भी वह अपने लक्ष्य पर लगातार कार्य करते आये हैं और विद्यालय की ओर से समाज को व राष्ट्र को अनुशासित, कर्मठ, ईमानदार, होनहार व प्रतिभाशाली नागरिक देने के अपने पवित्र मिशन पर जुटे हुए हैं ।
बसन्त पाण्डे से जब पूछा गया कि आखिर अन्य विद्यालयों से चाईल्ड सैक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल अलग कैसे माना जाए, क्योंकि शिक्षा की गुणवत्ता, अनुशासन और अच्छे परीक्षा परिणाम की बात तो सभी करते आये हैं । इस बात पर श्री पाण्डे ने मुस्कराते हुए कहा कि सीमित संसाधन व अल्प विकल्पों के बावजूद उनके विद्यालय ने जो प्रतिमान स्थापित किए हैं, उनका स्तर औरों से कहीं अलग व ऊंचा है। इस फर्क को समाज महसूस कर सकता है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अलावा अन्य रचनात्मक क्रिया कलापों को लेकर विद्यालय की प्रबन्ध निदेशक व प्रधानाचार्या सुनीता पाण्डे ने कहा कि छात्र – छात्राएं आगे चलकर समाज व राष्ट्र के निर्माण में अपनी आदर्श नागरिक भूमिका निभा सकें, इसके लिए जहाँ नर्सरी व प्री प्राईमरी कक्षाओं में प्ले वे मैथड्स ( खेल खेल में शिक्षा व ज्ञान) पर विशेष ध्यान दिया जाता है। ताकि बच्चे वगैर किसी संकोच, भय व दबाव के चीजों को समझ सकें और आत्मविश्वास के साथ समस्या का समाधान कर पाने में समर्थ हो सके
प्रधानाचार्या सुनीता पाण्डे ने आगे कहा कि पढ़ाई का अनुकूल व सुखद वातावरण, खेल कूद, योग, मेडिटेशन, डिवेट्स, कार्यशाला, इवेन्ट्स, सास्कृतिक आयोजन, शैक्षणिक यात्राएं आदि हर प्रकार की क्रिया कलापों में समुचित सन्तुलन बनाते हुए बच्चों के सर्वांगीण विकास( All round development ) पर ध्यान फोकस किया जाता है और इसमें समूचे विद्यालय परिवार की सामूहिक मेहनत रहती है।
सुनीता पाण्डे ने कहा 6ठीं कक्षा से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं में विज्ञान ,प्रौद्योगिकी व अत्याधुनिक तकनीकि को लेकर रुचि जगाने, आगे बढ़ाने तथा उनमें बौद्धिक कौशल विकास के दृष्टिगत विद्यालय द्वारा अनेकानेक राष्ट्र स्तरीय शैक्षणिक व तकनीकि संस्थानों का सतत मार्गदर्शन प्राप्त किया जा रहा है । कुछ संस्थान मेधावी छात्रों को छात्र वृत्ति देकर प्रोत्साहन दे रहे हैं तो कई संस्थान धरातल पर व्यावहारिक रूप से आधुनिक वैज्ञानिक व तकनीकि ज्ञान को उपलब्ध कराने में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने विद्यालय परिसर में ही स्थापित सी एस सी बाल विद्यालय का उदाहरण देते हुए कहा कि विद्यालय में ए आई ( artificial intelligence ) तकनीक व व ड्रोन निर्माण तकनीक के प्रशिक्षण कार्यक्रम अनवरत चल रहे हैं। इनमें विशेषज्ञ प्रशिक्षको द्वारा बच्चों का skill development बौद्धिक व तकनीकि विकास किया जा रहा है।
मदन मधुकर की रिपोर्ट

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