साईकिल हर वर्ग में लोकप्रिय: ध्रुव डोगरा
पिथौरागढ़/नेहरू युवा केंद्र पिथौरागढ़,उत्तराखंड, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विश्व साइकिल दिवस 2022 आज़ादी के अमृत महोत्सव की देशव्यापी आयोजन श्रृंखला के अंतर्गत 3 जून 2022 को विश्व साइकिल दिवस के रूप में मनाया गया
इस देशव्यापी आयोजन में 3 जून 2022 को नेहरू युवा केन्द्र संगठन द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों एवं 75 आइकॉनिक स्थानों पर साइकिल रैली का भव्य आयोजन हुआ नेहरू युवा केन्द्र संगठन द्वारा अपने राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवको तथा सम्बद्ध युवा क्लबों से भी सभी ब्लाकों में स्वैच्छिक आधार पर साइकिल रैली आयोजित की गयी यह जानकारी देते हुए जिला युवा अधिकारी नेहरु युवा केन्द्र पिथौरागढ ध्रुव डोगरा ने कहा
उल्लेखनीय है कि अपने शुरुआती समय से साइकिल प्रायः भारत के हर क्षेत्र और वर्ग में लोकप्रिय रही। भारत के स्वाधीनता संग्राम में यह स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों की प्रिय सवारी रही। उन्होंने हजारों किलोमीटर कच्चे पक्के रास्ते पर साइकिल चला कर देशवासियों को आजादी के आंदोलन के लिए प्रवृत्त किया। कृषक, श्रमिक, नौकरीपेशा, छात्र सभी सायकल का उपयोग करते रहे। फ़ैशन और फ़िल्म जगत में भी साइकिल की बड़ी धाक रही। आज देश में जहां आमजन साइकिल का उपयोग करते हैं वहीं फिटनेस और स्पोर्ट्स जगत में यह लोकप्रिय है जिसे और बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होनें कहा आज मोटर वाहनों से वैश्विक स्तर पर हर रोज़ बदतर हो प्रदूषण से पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु भी यह कारगर उपाय है। हमारे जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में साइकलिंग को बढ़ावा देने से फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण के उपायों को बढ़ावा मिलेगा । इससे काफी हद तक ट्रैफिक जाम, उससे समाज में बढ़ते तनाव, रोड रेज जैसी समस्याओं का भी निदान होगा।मोटर वाहनों हेतु हमारा देश बड़ी तादाद में पेट्रो पदार्थों का आयात करता है। वैश्विक स्तर पर पेट्रो पदार्थों के बढ़ते दामों के कारण इस आयात का देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इन बढ़ते दामों के कारण परिवहन महँगा होता है जिससे मँहगाई बढ़ती है। जनसामान्य पर पेट्रो पदार्थों की कीमतों व मँहगाई का दोहरा असर पड़ता है। इन सब का असर देश के नागरिकों के स्वास्थ और जीवन स्तर पर पडता है।
उन्होनें बताया भारत सरकार द्वारा जनसामान्य विशेषकर युवाओं के स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए पिछले सालों में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए नए इंफ्रास्ट्रक्चर, अवसर, प्रशिक्षण, प्रतियोगी आयोजनों सहित नए इंसेंटिव सृजित किये जा रहे हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर योगाभ्यास और सूर्य नमस्कार को लोकप्रिय कर व्यापक जनसामान्य को इसमें प्रवृत्त किया जा रहा है । जनजातीय, आंचलिक पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। देश के सभी प्रान्तों व केंद्र शासित प्रदेशों के विभिन्न जिलों में नेहरू युवा केन्द्र संगठन के नेटवर्क के माध्यम से ग्रामीण अंचलों तथा शहरी बस्तियों में फिटनेस और खेलों के प्रति अभिरुचि बढ़ाने , खेल अभ्यास को उनकी दिनचर्या का भाग बनाने और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कुछ युवा क्लबों को निशुल्क खेल सामग्री वितरित की जा रही है ।
खेलों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के भाव को बढ़ावा देने हेतु नेहरू युवा केंद्रों द्वारा ब्लॉक व जिला स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। एन एस एस के कैम्प्स और अन्य गतिविधियों के जरिये खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही फिट इंडिया मिशन के माध्यम से फिटनेस का डोज़ आधा घंटा रोज़ का नारा देश भर में लोकप्रिय हुआ है। मिशन के जरिये देश भर में फ्रीडम रन के कार्यक्रमों में करोड़ों की संख्या में देशवासियों ने भाग लिया। मिशन ने रनिंग, जॉगिंग के अतिरिक्त एरोबिक्स, डांसिंग आदि व्यायाम की किसी भी पद्धति से देशवासियों को फिट रहने हेतु प्रेरित किया।
कोरोना महामारी के काल में भी इन प्रयासों ने देश के जनसामान्य के शारिरिक सास्थ्य को ठीक रखते हुए उनके मानसिक और भावनात्मक संतुलन को बनाये रखने में सम्बल दिया। आज दुनिया में विभिन्न देश अपनी अर्थव्यवस्था, अपने नागरिकों के जीवन स्तर को विकसित और समृद्ध करने हेतु प्रयत्नशील हैं।
नए भारत को भी विकासशील से विकसित होना है। भारत का अभिप्राय भारत के नागरिक हैं। भारत के लोगों को प्रगति और समृद्धि के सोपान तय करने हैं। इसके लिए उन्हें अधिक क्रियाशील और उत्पादक बनना है। देश के नागरिकों को क्रियाशील और उत्पादक बनाने हेतु केंद्र और राज्य सरकारों को अपनी प्रशासकीय संरचना, स्थानीय स्वशासी संस्थाओं पंचायतीराज संस्थाओं, सिविल सोसायटी के साथ मिलकर अपने सभी नागरिकों को स्वस्थ और सक्रिय बनाने हेतु निरंतर संगठित उपाय करने होंगे ।
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