बीते नौ सालों में सस्था ने सैकड़ों महिलाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण देकर जोड़ा है स्वरोजगार से
10 महिला स्वयम सहायता समूहों के जरिये जरूरतमंद महिलाओं को बनाया स्वावलम्बी
शिक्षा से वंचित बच्चों को स्कूल में दाखिला दिलाने, निःशुल्क ड्रेस मुहैया कराने व निःशुल्क ट्यूशन दिलाने का कार्य करती आ रही है संस्था
वर्तमान में स्किल इण्डिया- कौशल भारत- कुशल भारत योजना के तहत संस्था में 50 से अधिक महिलाएं प्राप्त कर रही हैं प्रशिक्षण
हल्द्वानी ( नैनीताल ), नगर के तल्ली हल्द्वानी – पुरानी आई टी आई स्थित ” दिव्या ज्योति महिला बाल विकास संस्था ” आर्थिक संसाधनों के घोर अभाव के बावजूद गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए एवं महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है, परन्तु सम्बन्धित विभागों व सरकार की तरफ से अपेक्षित सहयोग न मिल पाने के कारण संस्था को अपने उद्देश्यों के अनुरूप तमाम गतिविधियों को विस्तार देने में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
संस्था की अध्यक्ष दिव्या कोटियाल ने एक बातचीत में बताया कि नौ वर्ष पूर्व उन्होंने कुछ स्थानीय महिलाओं के साथ मिलकर इस संस्था का गठन किया था और अपने निजी संसाधनों से आस-पास की गरीब महिलाओं को सिलाई, कड़ाई, बुनाई आदि का निःशुल्क प्रशिक्षण देना शुरू किया ।
दिव्या कोटियाल ने बताया कि उन्होंने आस-पास क्षेत्रों में महिलाओं के 10 स्वयम सहायता समूह गठित करवाये और प्रत्येक समूह में 10 महिलाओं को शामिल कर उनको निःशुल्क सिलाई-कढ़ाई, अचार- बड़ी- पापड़ आदि बनाने का प्रशिक्षण दिलाया । सभी महिलाएं आज अपना स्वयोजगार करके आर्थिक रूप से काफी हद तकआत्मनिर्भर बन चुकी हैं।
दिव्या कोटियाल ने बताया कि रोजनारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अलावा महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संस्था लगातार कार्य करती आ रही है।
दिव्या कोटियाल ने आगे बताया कि जरूरतमंद महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के साथ ही उनकी सस्था द्वारा आस-पास रहने वाले गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए अनेक कार्य शुरू किये गए । इसके तहत संस्था द्वारा झुग्गी-बस्तियों में रहने वाले गरीब बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाने से लेकर उनको निःशुल्क ड्रेस मुहैया कराने व उनके लिए निःशुल्क ट्यूशन की सुविधा भी लगातार उपलब्ध कराई जाती रही है।
संस्था की अध्यक्ष दिव्या कोटियाल ने कहा कि वर्तमान में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में ” स्किल इण्डिया- कौशल भारत- कुशल भारत ” के तहत उनकी संस्था में 50 से अधिक महिलाओं को सिलाई – कढ़ाई, व्यूटी पार्लर जूट बैग बनानेआदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। दो से तीन महिनों के इस प्रशिक्षण के पश्चात महिलाएं स्वरोजगार कर पाने में समर्थ हो जायेंगी ।
उन्होंने कहा कि उनकी संस्था द्वारा कई बार बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संस्था के कार्यों को आगे बढ़ाने में मदद की गुहार लगाई , परन्तु किसी भी स्तर से उनको अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पाता है। दिव्या कोटियाल ने कहा कि क्षेत्र में मेहनत मजदूरी करने वाले लोगों के बच्चे सरकार के प्रयासो के बाद भी स्कूल नहीं जा पाते हैं । ऐसे बच्चों को उनकी संस्था अपने स्तर से पढ़ने लिखने की व्यवस्थाएं प्रदान कर रही है । उन्होंने कहा कि सरकार व सम्बन्धित तमाम विभागों से उनको अभी भी उम्मीद है कि संस्था के कार्यो की तरफ उनका ध्यान जरूर जायेगा । इसके लिए वह लगातार प्रयासरत है।



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