जागेश्वर धाम के मुख्य पुरोहित हेमन्त भट्ट ( कैलाश ) के सप्तऋषि अखाड़ा के महामण्डलेश्वर बनने पर माँ अवंतिका मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने माँ की विशेष चुनरी ओढ़ाकर किया सम्मानित

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श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर ऋषिवर
कैलाशानन्द महाराज को दिया माँ अवंतिका के दर्शन का निमंत्रण

सनातन धर्म की मर्यादा व महान शाश्वत मूल्यों का पालन, संरक्षण, प्रचार व प्रसार का लिया पावन संकल्प दोहराया

सनातन की सेवा में समर्पित रहेगा ये जीवन : कैलाशानन्द जी

हल्द्वानी/
विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम के मुख्य पुरोहित पण्डित हेमन्त भट्ट ( कैलाश ), को सप्तऋषि अखाड़ा के महामण्डलेश्वर बनाए जाने पर शुभकामनाओं का दौर जारी है इसी क्रम में माँ अवंतिका मंदिर समिति लालकुआँ के पदाधिकारियों ने रविवार को उनके हल्द्वानी आवास में पहुंचकर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उनका आशीवार्द लिया तथा माँ की विशेष चुनरी ओढ़ाकर उनका भव्य स्वागत किया

उल्लेखनीय है , कि बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में सप्तऋषि अखाडा के पवित्र पट्टाभिषेक समारोह में विद्वान जगद्गुरुओं द्वारा उनको महामण्डलेश्वर पद की उपाधि से विभूषित किया गया है। सनातन धर्म की इस महान उपाधि से सुशोभित होने के बाद से उनके शिष्यों, यजमानों, मित्रत्रणों, शुभ चिन्तकों तथा सन्त महात्माओं की ओर से बधाइयों का दौर जारी है।

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जागेश्वर धाम के मुख्य पुरोहित हेमन्त भट्ट ( कैलाश ) को सनातन धर्म के महामण्डलेश्वर जैसे उच्च व सम्मानित उपाधि से विभूषित किये जानें पर माँ अवंतिका मंदिर के आचार्य पण्डित चन्द्रशेखर जोशी समिति के अध्यक्ष पूरन सिंह रजवार नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह लोटनी व्यापार मण्डल के उपाध्यक्ष नरेश चौधरी सभासद भुवन पाण्डेय युवा समाज सेवी विनय रजवार सहित माँ अवंतिका के तमाम आस्थावान भक्तों ने शुभकामनाएं देते हुए महामण्डलेश्वर को माँ अवंतिका की विशेष चुनरी ओढ़ाकर उनका भव्य स्वागत व सम्मान किया तथा माँ अवंतिका के दर्शन का न्यौता दिया

इस अवसर पर श्री कैलाशानन्द महाराज ने कहा कि माँ अवंतिका के सभी आस्थावान भक्तों से मिले स्नेह से वे बेहद गद्गद है उन्होने कहा लालकुआँ वासियों व माँ अवंतिका के प्रति उनके हृदय में गहरी निष्ठा है और समय मिलनें पर वे अवंतिका मन्दिर लालकुआँ पहुंचकर माँ के दर्शन करेंगे तथा माँ से आशीर्वाद लेगें

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उन्होंनें कहा सनातन धर्म की रक्षा एवं प्रचार प्रसार के अपने पावन उद्देश्य के पथ पर वे निरन्तर अग्रसर रहेंगे।

सप्तऋषि अखाड़ा के महामंडलेश्वर की उपाधी से सुशोभित किये जाने के पश्चात कैलाशानंद महाराज ने सदैव की तरह सनातन धर्म की मर्यादा एवं शाश्वत मूल्यों के संरक्षण, प्रचार-प्रचार नई ऊर्जा के साथ करते रहने का अपना संकल्प दोहराया। इसके साथ- साथ महाराज ने धर्मांतरण रोकने, नए आश्रम व धर्मशालाओं का निर्माण करने, नशा मुक्ति व धार्मिक ज्ञान वर्द्धन आदि के लिए लगातार कार्य किये जाने व गौ रक्षा का संकल्प भी दोहराया ।

बताते चलें कि नव नियुक्त महामण्डलेश्वर कैलाशानंद महाराज का सनातन धर्म के प्रति आस्था व धार्मिक क्रिया कलापों सदैव संलग्न रहना, पुरोहित परम्परा से ही चलता आया है।अनेकानेक सन्त-महात्माओं का अनुसरण इनके द्वारा पूर्व से ही किया जाता रहा है। उनकी इसी सनातन आस्था व सनातनी सदआचरण को देखते हुए सप्तऋृषि अखाड़े के द्वारा उनको महामंडलेश्वर की उपाधी के लिए सर्वविध योग्य पाया गया

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इस अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष पूरन सिह रजवार ने कहा कि महाराज जी का विनम्र स्वभाव हम सभी के लिए एक उच्च आदर्श है उनकी अगुवाई में सनातन धर्म की ध्वज पताका देश – दुनियां में ज्ञान के प्रकाश को आलोकित करेगी

नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेन्द्र सिह लोटनी ने इस उपलब्धि को आध्यात्मिक जगत की महान् उपलब्धि बताते हुए श्री कैलाशानन्द महाराज को आध्यात्मिक जगत की विराट विभूति बताया तथा कहा महाराज जी सनातन मूल्यों की रक्षा के सजग प्रहरी है

सभासद भुवन पाण्डे व्यापार मण्डल उपाध्यक्ष नरेश चौधरी युवा समाज सेवी विनय रजवार ने कहा कठोर तपस्या व अपने ज्ञान के बल पर उन्होंने जो पद अर्जित किया है वह हम सभी के लिए एक बेहतर व उच्च आदर्श का मार्ग दर्शन है

इस अवसर पर कृष्ण चन्द्र काण्डपाल आचार्य योगेश जोशी पण्डित अमित भट्ट पण्डित विशाल भट्ट आदि भी मौजूद रहे

रिपोर्ट : रमाकान्त पन्त

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