अवंतिका मन्दिर में श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ 10 मई से ,प्रसिद्ध कथा वाचक भागवत किंकर परम श्रद्धेय श्री नमन कृष्ण महाराज जी की सुमधुरवाणी से बहेगी ज्ञान गंगा

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भव सागर से पार होने हेतु श्रीमद्भागवत कथा सुन्दर सेतु*: नमन कृष्ण

कथा कार्यक्रम को लेकर क्षेत्रं में भारी उत्साह

लालकुआँ/ लालकुआँ नगर के प्ररसिद्व शक्ति स्थल माॅाँ अवंतिका मंदर  में 10 मई से श्रीमद्भागवत कथा का आयोंजन होनें जा रहा है।भगवान श्री हरि को समर्पित कथा आयोजन को लेकर क्षेंत्र में जबरदस्त उत्साह है।कथा का पारायण 18 मई  को विशाल भण्डारे से होगा।यह जानकारी देते हुए कथा के यजमान गर्ग परिवार के गोपी गर्ग ने बताया लोक मंगल की कामना से आयोजित इस कथा में प्रसिद्व कथावाचक,भागवताचार्य व्यास प० श्री भागवत किंकर श्री नमन कृष्ण महाराज जी अपनी सुधामयवाणी से भागवत कथा वाचेगें।

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यजमान परिवार के लोगों ने बताया नित्यकथा प्रवचन के पश्चात् भजन संध्या का आयाेजन होगा। तथा 18 मई  को यज्ञ पूर्णाहुति के पश्चात् महा भंडारे का आयोजन होगा। गर्ग परिवार ने अधिक से अधिक सख्यां में कथा श्रवण को पहुचनें का आवाहृन किया है।

 

इधर श्री नमन कृष्ण जी कहतें है। हर पल नाम सुमिरन व भक्ति करना ही जीवन का मूल उद्देश्य होना चाहिए। सांसारिक कार्य करने के बाद पश्चाताप हो सकता है, परन्तु ईश्वरीय भक्ति, साधना, ध्यान, परोपकार के पश्चात् पश्चाताप का कोई स्थान नही वरन् आनन्द ही आनन्द है। आत्म संतोष की अनुभूति भागवत कथा के श्रवण से प्राप्त होती है।

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वे बताते है,अमृत से मीठा अगर कुछ है तो वह श्री कृष्ण का नाम है,सत्यता के मार्ग पर चलकर परमात्मा प्राप्त होंते है, मन-बुद्धि, इन्द्रियों की वासना को यदि समाप्त करना चाहते हो तो हृदय में परमात्मा की भक्ति की ज्योति को जलाना पड़ेगा।
भागवत की महिमां पर प्रकाश डालते हुए वे कहतें है।श्रीमद्भागवत वेद रूपी वृक्षों से निकला एक अद्भूत पका हुआ फल है। शुकदेव जी महाराज जी के श्रीमुख के स्पर्श होने से यह पुराण परम मधुर हो गया है। इस फल में न तो छिलका है, न गुठलियाँ हैं और न ही बीज हैं। अर्थात इसमें कुछ भी त्यागने योग्य नहीं हैं सब जीवन में ग्रहण करने योग्य है।यही भागवत की परम विशेषता है। इस अलौकिक रस का पान करने से जीवन धन्य-धन्य कृत कृत हो जाता है इसलिये अधिक से अधिक श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण निरंतर करते रहना चाहिये*।

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  1. नमन जी एवं आयोजकों, सभी को नमन

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