अवंतिका मन्दिर में होली के भण्डारे में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब शांतिपूर्ण तरीके से होली संपन्न होने पर भक्तों ने किया माँ अवंतिका का धन्यवाद अदा और लिया आशीर्वाद

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अवंतिका मंदिर लालकुआं में होली का भंडारा धूमधाम के साथ आयोजित हो रहा है होली के समापन के पश्चात देवी के इस मंदिर में भंडारा किए जाने की पुरानी परंपरा आज भी कायम है शांतिपूर्ण तरीके से होली संपन्न होने पर नगर एवं क्षेत्रवासी देवी के इस मंदिर में पहुंचकर माँ का धन्यवाद अदा करते हुए प्रतिवर्ष भंडारा आयोजित करते हैं इस वर्ष भी यहां भंडारा धूमधाम के साथ आयोजित हो रहा है क्षेत्र के तमाम भक्तजन प्रात : काल से ही मंदिर परिसर में पहुंचकर भंडारे की तैयारी पूर्ण श्रद्धा एवं विश्वास के साथ करते हैं
आज प्रात :काल मंदिर परिसर में विभिन्न देवी देवताओं की पूजा अर्चना के साथ माँ अवंतिका एवं महाकालेश्वर महादेव का विशेष पूजन भक्तजनों द्वारा किया गया इसके बाद भण्डारे का आयोजन शुरु हुआ

इस अवसर पर माँ के आस्थावान भक्त नगर पंचायत अध्यक्ष लाल चन्द्र सिंह , दीप चन्द्र लोहनी सुरेन्द्र सिंह लोटनी, लक्ष्मण सिंह खाती,आनन्द सिंह रजवार, बाबी संभल ,कैलाश चौसाली, विनय रजवार, रघुबीर रजवार,अर्जुन नाथ गोस्वामी,महेंद्र जीना, कंचन सिंह बिष्ट प्रवांशु श्रीवास्तव, दीपू नयाल, अनुरोध कुमार गुप्ता, अभिषेक गुप्ता, सोबन सिंह बिष्ट, झा जी, पंकज तिवारी, रोहित नयाल, शेर सिंह बिष्ट, हरीश नैनवाल, हंसा दत्त पाण्डे, मोहन पाण्डे, राहुल कुमार, सुन्दर सिंह बिष्ट, इन्द्र सिंह तुलेड़ा, सलमान शाह, गणेश सिंह बिष्ट , इन्द्र सिंह नैनवाल, सहित अनेकों भक्तजन मौजूद रहे
हवन पूजन भण्डारे का कार्यक्रम मंदिर के आचार्य प० चन्द्रशेखर जोशी जी की देखरेख में आयोजित हो रहा है
इस अवसर पर श्री जोशी ने कहा सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को स्वयम् में धारण करने वाली आद्य शक्ति महामाया अवन्तिका देवि अपने शरणागत के जीवन की सभी बाधाओं का सहज ही शमन कर ज़हाँ सौभाग्य – आरोग्य प्रदान करती हैं वहीं भक्तों के जीवन में मंगल ग्रह की प्रतिकूल स्थिति जनित सभी प्रकार के दोषों को नष्ट कर उनके तन – मन को निर्मल व शुद्ध कर देती हैं। श्री जोशी ने कहा कि यूं तो भारतीय ज्योतिष विज्ञान में मनुष्य की राशि में ग्रहों की अनुकूल व प्रतिकूल स्थिति के प्रभाव- दुष्प्रभाव तथा उनके निराकरण के सटीक व प्रमाणिक उपाय स्पष्टतः बताये गये हैं, परन्तु जन सामान्य ऐसे उपायों को सम्पन्न करने में आमतौर पर स्वयम् को असहज पाता है। ऐसे में परम् दयामयी माँ अवन्तिका देवि का दर्शन- पूजन सबसे सरल उपाय है।
उन्होंने आगे कहा चूंकि मंगल ग्रह की उत्पत्ति ही माँ अवन्तिका देवि के आशीर्वाद से हुई बतायी गयी है, अतः अवन्तिका देवि के पूजन से मंगल ग्रह का हर प्रकोप स्वतः शान्त हो जाता है।

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