+ गाजियाबाद के वैशाली में 6 दिवसीय महारुद्र यज्ञ अनुष्ठान के पूर्णाहुति अवसर पर पहुंची थी श्रीमती यादव
+ पुस्तक को प्रसाद स्वरूप ग्रहण कर ज्योति यादव ने पुस्तक के लेखक वरिष्ठ पत्रकार रमाकान्त पन्त का जताया आभार
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वैशाली ( गाजियाबाद ), देश की प्रतिष्ठित एवं लोकप्रिय समाज सेविका ज्योति यादव को आज यहाँ जनपद गाजियाबाद के वैशाली में आयोजित एक धार्मिक समारोह में ” जय माँ बगलामुखी ” पुस्तक सप्रेम भेंट की गयी।
अखिल विश्व मॉ नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ की राष्ट्रीय सह संयोजक ज्योति यादव यहाँ वैशाली स्थित सैक्टर चार में मॉ भद्रकाली के मुख्य आचार्य के आवास पर चल रहे 6 दिवसीय महारुद्र यज्ञ अनुष्ठान के पूर्णाहुति अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि पहुंची हुई थी।
भारतीय सनातन वांग्मय की दस महाविद्याओं में आठवीं प्रमुख महाविद्या के रूप में पूजित एव प्रतिष्ठित मॉ बगलामुखी देवी की अलौकिक महिमा पर लिखित ” जय मॉ बगलामुखी ” को प्रसाद स्वरूप ग्रहण कर लोक समर्पित समाज सेविका श्रीमती ज्योति यादव ने पुस्तक के लेखक व वरिष्ठ पत्रकार रमाकान्त पन्त तथा उनके सहयोगी टीम का आभार व्यक्त किया और इसे अपना परम सौभाग्य बताया ।
श्रीमती ज्योति यादव ने इस पावन अवसर पर बड़े ही आत्मिक भाव से कहा कि मौजूदा चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों में धार्मिक पुस्तकों का लेखन करना वास्तव में बहुत ही सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति की यह सच्ची सेवा है, क्योंकि ऐसे ही प्रयासों से सनातन संस्कृति का देश-दुनिया में प्रचार-प्रसार एवं संरक्षण होता आया है। उन्होंने धार्मिक पुस्तकों के प्रकाशन एवं जन-जन तक पहुंचाने को सनातन संस्कृति के संरक्षण का एक प्रमुख व आवश्यक माध्यम बताया ।
देश की प्रतिष्ठित समाज सेविका ज्योति यादव से इस दौरान उपस्थित धर्म प्रेमी महानुभावों द्वारा जब उनके परिक्रमा सेवा संघ के बाबत जानने की इच्छा प्रकट की गयी तो उन्होंने कहा कि देशभर की नदियों को स्वच्छ व सदानीरा बनाने के साथ- साथ सनातन परम्पराओं का सम्मान करना तथा अवारा गोवंश व अन्य पशुओं का संरक्षण करना ही ” अखिल विश्व मॉ नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ का प्रमुख उद्देश्य है। ज्योति यादव ने कहा कि इन पवित्र लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए परिक्रमा सेवा संघ तन-मन-धन से समर्पित है और भारत समेत विश्वभर के सनातन प्रेमियों को इस पावन अभियान में सम्मिलित होने के लिए लगातार प्रेरित व प्रोत्साहित करते आ रहा है ।
वार्ता के क्रम में ज्योति यादव ने बताया कि वह वर्ष 2020 में पहली बार महान सनातनी चिन्तक व विचारक श्री राजऋषि आनन्द की पावन प्रेरणा से इस संघ के साथ जुड़ी और तबसे वरिष्ठ पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में लगातार एक समर्पित सेविका का दायित्व निर्वहन करती आ रही हैं ।
ज्योति यादव ने आगे कहा कि उनका यह संगठन महान ब्रह्मचारी श्री सर्वेश्वर महाराज के कुशल संचालन एवं मार्गदर्शन में भारत वर्ष समेत विश्व स्तर पर अपनी अग्रणीय भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि ब्रह्मचारी श्री सर्वेश्वर महाराज जी के सानिध्य में हजारों-हजार सदस्य सेवक अपने- अपने स्तर से कार्य कर रहे हैं। श्रीमती ज्योति यादव ने कहा कि इस विश्व व्यापी संगठन के राष्ट्रीय संयोजक सतीश चौबे जी के दिशा-निर्देशन में वह बतौर राष्ट्रीय सह संयोजक देश भर में फैले सदस्यों के साथ समुचित समन्वय स्थापित कर पुनीत लक्ष्य प्राप्ति में सदैव तत्पर रहती हैं। उन्होंने कहा कि उनका संगठन वर्ष 2017 से कार्य कर रहा है और वर्तमान में लगभग 20 हजार पजीकृत सदस्य सेवक समर्पित भाव से अपना दायित्व निभा रहे हैं।
श्रीमती ज्योति यादव ने कहा कि उनका संगठन लोगों की निःशुल्क सेवा करता है। नदियों की सफाई व परिक्रमा के समय परिक्रमा वासियों के भोजन से लेकर चिकित्सा – स्वास्थ्य व ठहरने आदि की सारी व्यवस्थाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं।
उन्होंने कहा कि हाल के महिनों में उनकी अगुवाई में नर्मदा नदी,गंगा नदी व सरयू नदी समेत अनेक पवित्र नादियों के घाटों की सफाई की गयी है।
श्रीमती ज्योति ने प्रयागराज में हाल ही में सम्पन्न महाकुंभ मेले का जिक्र करते हुए कहा कि वह बीते जनवरी माह की शुरुआत से 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक प्रयाग महाकुंभ में अपने सहयोगियो के साथ लगातार सेवा कार्यों में संलग्न रही।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में ” श्री श्री रामलोचन स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज अन्न क्षेत्र ” सैक्टर 17, पुल नम्बर 17 में महाकुंभ मेलाअवधि में नियमित पांच-छह हजार लोगों के भोजन, आवास आदि की निःशुल्क व्यवस्था की गयी थी , जहाँ उन्होंने अपने मार्गदर्शकों के सानिध्य में अनेकों सह- सेवकों के साथ सेवा कार्य किये ।
श्रीमती ज्योति ने आगे बताया कि गौ माता भारतीय सनातन संस्कृति की मूल हैं। इसलिए गौ-सेवा करना भी उनके संगठन के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि अखिल विश्व मॉ नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ के सदस्य अवारा गोवंश को व्यवस्थित गौ -शालाओं में रखवा कर गायों की चारा- पत्ती, पानी, भोजन, उपचार आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराता है। इसी के साथ अवारा कुत्ते- बन्दर व अन्य जीवों के लिए भी भोजन का यथा सम्भव प्रबन्ध कराता है।
कुल मिलाकर अत्यधिक मधुर भाषी, सरल व सहज स्वभाव की धनी, समाज के लिए समर्पित एवं सनातन संस्कृति प्रेमी श्रीमती ज्योति यादव एक उच्च शिक्षित समाज सेविका हैं और तमाम पारिवारिक व सामाजिक जिम्मेवारियों के बावजूद राष्ट्र की सेवा में जो योगदान करती आ रही हैं, वास्तव में वह सम्पूर्ण सनातनी समाज और खासतौर से युवाओं के लिए एक महान प्रेरणा हैं।
मदन जलाल ” मधुकर “



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