जीबल गाँव लोक देवता छुरमल देवता की भक्ति के रंग में रम गया है आगामी सात मार्च को होने वाले विशाल भण्डारे को लेकर जोरदार तैयारियां चल रही है जीबल गाँव के कुल पुरोहित चिटगल निवासी पण्डित तारा चन्द्र पन्त सहित अनेकों विद्वानों की अगुवाई में यहाँ समस्त धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे है बाईसी महायज्ञ की धूम ने गंगावली के इस क्षेंत्र में जबरदस्त रौनक बिखेर दी है वर्षो बाद इस तरह के आयोजन से प्रवासी जन भी उत्साह पूर्वक अपनी जन्म भूमि में पहुंचकर इस महायज्ञ में भाग ले रहे है तथा अपने ईष्ट देवता के प्रति भावातिरेक होकर श्रद्धा व्यक्त कर रहे है देवभूमि के महाप्रतापी लोक देवता छुरमल के प्रति क्षेत्र वासियो में जो श्रद्धा है उसकी सुन्दर झलक इन दिनों यहाँ देखने को मिल रही है
गाँव के निवासी वरिष्ठ समाज सेवी दिलीप सिंह व दरबान सिंह ने बताया जनपद पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट का यह पावन क्षेत्र अपने आध्यात्मिक विरासत के लिए पौराणिक काल से प्रसिद्ध रहा है यह क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता के लिए जितना प्रसिद्ध है आध्यात्मिक रूप से उतना ही समृद्ध भी लेकिन विकास से कोसों दूर है
इस भूभाग में जहाँ देव मंदिरों व शक्ति स्थलों की लंबी श्रृंखलाएं मौजूद है आसपास अनेक गुफाएं युगों-युगों के इतिहास को अपने आँचल में समेटे हुए है
पवित्र पहाड़ियों की इन्ही चोटियों के मध्य जीबल गाँव में स्थित छुरमल देवता का मंदिर जन आस्था का केन्द्र है इसी मंदिर में इन दिनों बाईसी महायज्ञ का आयोजन चल रहा है यहां इस आयोजन की शुरुवात 28 फरवरी से हुई है जिसका पारायण 7 मार्च को होगा क्षेंत्र की सुख, समृद्धि व मंगलकामना को लेकर यहां बाईसी यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है उन्होंने समस्त क्षेत्र वासियों का आवाहन करते हुए कहा है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर भण्डारे का प्रसाद ग्रहण कर पुण्य अर्जित करे
उन्होंने गाँव के समस्त युवाओं बुजुर्गो व मातृ शक्तियों का आभार जताते हुए कहा जिस मनोयोग से स्थानीय भक्त व प्रवासी भक्त सहयोग कर रहे है वह एक सुन्दर आदर्श है



लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें