शिव समान कोई दाता नही: पण्डित किशोर जोशी

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पिथौरागढ़ के कृष्णापुरी क्षेत्र में चल रही श्री शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य पण्डित किशोर जोशी ने श्रद्वालुओं के आपार जनसमूह को शिव कथा सुनाते हुए कहा कलयुग में पार्थिव लिंग का पूजन मनुष्य की समस्त मनोरथों को पूर्ण करता है जो प्राणी अपनें आराधना के श्रद्वापुष्प भोलेनाथ के चरणों में अर्पित करता है।उस पर शिव कृपा सदा बनी रहती है।

उन्होंने कहा शिव पुराण सभी पुराणों में सबसे महत्वपूर्ण व अदितीय है,क्योकि यह साक्षात् शिव लीलाओं का अलौकिक सार है।इसका श्रवण जाने अनजानें में जन्म जन्मान्तर के पापो का हरण करता है।क्योंकि शिवजी स्वयंभू है,शाश्वत है,तथा कोटी कोटी ब्रहमाण्ड़ की सर्वोच्च सत्ता के महानायक है। श्री जोशी ने इस अवसर पर आज की कथा में भस्म व रुद्राक्ष महात्म्य पर भी विस्तार से प्रकाश डालते हुए रुद्राक्ष व भस्म की महिमां से श्रद्वालुओं को अवगत कराया।उन्होनें कहा शिवजी त्याग,तपस्या,व करुणा,व भक्ति की मूर्ति है।और रुद्राक्ष भगवान शिव का साक्षात् स्वरुप है। यह जीवन को ऊर्जा प्रदान करनें के साथ शान्ति प्रदान करता है।हर प्रकार से मनुष्य का कल्याण करता है। इसी प्रकार भस्म का महत्व भी अतुलनीय है श्री जोशी ने आज की कथा में नारद मोह लीला का भी विस्तृत वर्णन किया तथा शिवजी की अनेक अलौकिक लीलाओं का वर्णन किया

इस अवसर पर मुख्य यजमान श्रीमती एवं श्री पूरन चन्द्र पन्त श्रीमती एवं श्री राजेन्द्र पन्त श्रीमती एवं श्री दीप चन्द्र पन्त के अलावा पण्डित गंगा प्रसाद पन्त तारा दत्त पन्त गोपाल कृष्ण पन्त चक्रधर पंत देवेन्द्र जोशी विनोद पाठक अंकित जोशी शेखर चन्द्र जोशी राजेन्द्र पन्त बंसत बल्लभ पंत देवी दत्त गोविन्द बल्लभ देवकी पाटनी हंसी उपाध्याय हेमा पंत गीता पंत लीला पंत नीमा देवी रश्मि बिष्ट अंकित बिष्ट सहित अनेकों मौजूद रहे/// रमाकान्त पन्त///

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