+ उत्तराखण्ड की पारम्परिक भेष-भूषा एवं परिधानों में महिलाओं की भारी उपस्थिति में जीवन्त हो उठी पर्वतीय संस्कृति
+ पहाड़ की समृद्ध लोक संस्कृति, लोक गीत, लोक कला , लोक नृत्य, लोक गौरव एवं लोक परम्परा के एक साथ दर्शन कर झूम उठा राजभवन
+ महामहिम राज्यपाल जीष्णु देव वर्मा एवं लेडी राज्यपाल सुधा जीष्णु देव वर्मा ने पर्वतीय संस्कृति को बताया अद्भुत
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हैदराबाद, तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद स्थित राजभवन परिसर में राज्य के प्रवासी उत्तराखण्डी समाज द्वारा बड़ी संख्या में उपस्थित होकर बड़े ही उल्लास, उमंग, उत्साह और धूम- धाम के साथ उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाया गया ।
इस पावन अवसर पर उत्तराखण्ड की पारम्परिक भेष-भूषा एवं परिधानों में बहुत बड़ी संख्या में सज-धज कर पहुंची महिलाओं ने अपनी समृद्ध व मनमोहक संस्कृति को सचमुच जीवन्त कर दिया ।
प्रवासी उत्तराखण्डी समाज द्वारा सर्वप्रथम उत्तराखण्ड राज्य के लिए लगातार संघर्षरत रहे आन्दोलनकारियों एवं शहीदों का भावपूर्ण स्मरण किया गया । तत्पश्चात तेलंगाना राज्य ( पूर्व में आन्ध्र प्रदेश ) में पीढ़ियों से रह रहे उत्तराखण्डी परिवारों के नन्हे-मुन्ने कलाकारों, युवा तथा महिला कलाकारों ने अपनी विविध कलाओं की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया ।
पर्वतीय समृद्ध लोक संस्कृति, लोकगीत, लोक कला, लोक नृत्य, लोक परिधान, लोक गौरव एवं लोक परम्परा के एक साथ दर्शन कर समूचा राजभवन झूम उठा । पहाड़ी गीत, मन मोहक नृत्य, झोड़ा, चांचरी, पहाड़ी कामेडी व अपने राज्य के गौरव गान में कविता पाठ आदि एक से बढ़कर एक कार्यक्रमों को देखकर राजभवन परिसर में उपस्थित तमाम लोग नाचने-गाने और थिरकने को विवश हो गये।
तेलंगाना राज्य के महामहिम राज्यपाल जीष्णु देव वर्मा व लेडी राज्यपाल सुधा जीष्णु देव वर्मा ने गद्गद होकर कार्यक्रम के आयोजको की भूरि-भूरि प्रशंसा की और उत्तखण्ड की संस्कृति को अद्भुत बताया ।
बताते चलें कि उत्तराखण्ड को नया राज्य बने शनिवार को 24 साल पूरे गए। 9 नवंबर, 2000 को श्री अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में इसकी स्थापना हुई थी। अलग उत्तराखंड राज्य के गठन में पहाड़ के महिलाओं की अहम भूमिका रही।
इसी का जीता जागता उदाहरण 9 नवम्बर को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के राजभवन में भी देखने को मिला, जहां पुरुषों से कहीं ज्यादा महिलाओं ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस में अपनी पारम्परिक उत्तराखंडी भेष भूषा में शामिल होकर अपने पहाड़ी कल्चर के अनुसार नृत्य, गान, झोड़ा, चाचरी, पहाड़ी कॉमेडी
डांस और उत्तराखंड की शान में कविता पाठ करके उपस्थित महामहिम राज्यपाल लेडी राज्यपाल महोदया तथा उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों का मन मोह लिया ।
बताया गया कि कई पीढ़ियों से यहां लगभग 10 हजार उत्तराखंडी भाई- बहन तेलांगना राज्य को अपनी कर्म भूमि मान कर पूजते है और सभी तेलांगना वासियों तथा अन्य प्रवासी भारतीयों के साथ ऐसे हिल मिल कर रहते है जैसे चाय में शक्कर। पहाड़ से दूर रहकर भी ये लोग अपनी पहाड़ी माटी की खुशबू को भूल नहीं पाये हैं।
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी का एक भारत श्रेष्ठ भारत की पवित्र संकल्प के अनुसार ही तेलांगना राजभवन में शनिवार 3 बजे प्रारंभ हुए उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर सर्वप्रथम महामहिम राज्यपाल महोदय श्री जीष्णु देव वर्मा, लेडी राज्यपाल महोदया श्रीमती सुधा जीष्णु देव वर्मा तथा उपस्थित सम्मानित अतिथियों ने भारतीय दिव्य सनातनी परम्परा अनुसार दीप प्रज्वलन किया । उत्तराखंड के ग्यारह विद्वान ब्राह्मणों ने वेद ध्वनि की और गणेश बंदना की । तत्पश्चात देवभूमि उत्तराखंड सेवा संस्थान हैदराबाद तेलंगाना के अध्यक्ष जयपाल सिंह नयाल सनातनी ने उत्तराखंड राज्य स्थापना 2000 से पूर्व राज्य आंदोलनकारियों की भूमिका को विस्तार से बताया और उनके बलिदान से बने उत्तराखंड राज्य के लिए कृतज्ञता प्रकट कर 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गई ।
उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह का वीडियो संदेश भी सुनाया गया । देवभूमि उत्तराखंड सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने महामहिम राज्यपाल तथा समस्त उपस्थित गणमान्य अतिथियों का शाल ओढ़ा कर सम्मान किया ।
इस पावन अवसर पर तेलंगाना के महामहिम राज्यपाल महोदय और लेडी राज्यपाल महोदय जी के अलावा प्रमुख रूप से पधारे उत्तराखंड मूल के तेलंगाना प्रवासी श्री सुनील शर्मा IAS(Rtd.,श्रीमती अभिलाषा बिष्ट IPS एडीशनल डीजीपी,
राजीव जी बेलवाल IRS इनकम टैक्स कमिश्नर, मोहन चंद्र IFS(Rtd),
चन्द्रा बल्लभ मालिश IFS( Rtd), दीप चंद्र सती Brigadier, बी वेंकटेशम IAS,
गोविंद सिंह भाकुनी टीवी 9 प्रेसिडेंट आदि अनेक उत्तराखंड मूल के अनेक बड़े अधिकारियों ने भाग लिया ।
देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़े अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम लगभग 2 घंटे तक चले और महामहिम राज्यपाल महोदय ने पूरे कार्यक्रम में अपनी गरिमामयी उपस्थिति बनाये रखी।
अंत में राजभवन की ओर से सभी उपस्थित उत्तराखंड वासियों के लिए पहाड़ी व्यंजनों से सजी थाली ने सबको अपने प्यारे उत्तराखंड की खुशबू से आनंदित कर दिया ।
इस भव्य कार्यक्रम में मंच संचालन की जिम्मेवारी उत्तराखंड की तीन बेटियां साक्षी, दीप शर्मा और जान्हवी ने संभाली । कार्यक्रम की मुख्य संयोजक कोर कमेटी में अध्यक्ष जयपाल सिंह नयाल, बलवीर सिंह रावत, मनोज पैनोली, बलवीर प्रसाद पैनोली, योगेश सिंह, जे एस राणा, दीप्ति सोनी, कमल पंथ, दीप शर्मा, प्रेमा नयाल ने मुख्य भूमिका निभाई ।
इस अवसर पर देवभूमि_उत्तराखंड सेवा संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा श्री दक्षिणेश्वर केदारनाथ मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से हैदराबाद, यल्मपेट, मेडचल में बनाए जा रहे विशाल पंच केदार मंदिर, उत्तराखंड भवन, नंदीशाला की पूरी जानकारी तेलांगना के महामहिम गवर्नर श्री जिष्णु देव वर्मा महोदय और उत्तराखंड मूल की लेडी गवर्नर श्रीमती सुधा वर्मा जी तथा सभी उपस्थित सम्मानित IPS, IAS, IRS, टैक्स कमिश्नर , सेना के उच्च अधिकारियों और राज्यपाल महोदय के चीफ सेकेट्री श्री वेंकटेशम आदि गणमान्य अतिथियों को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर तेलंगाना राजभवन में दी गई ।
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