यहाँ सरस्वती पूजन कार्यक्रम धूमधाम से हुआ सम्पन भजन संध्या में झूमें भक्तजन

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लालकुआँ / बसंत पंचमी के पावन अवसर पर बल,बुद्धि व विद्या की देवी माँ सरस्वती का पूजन यहाँ पच्चीस एकड़ कालोनी में धूमधाम के साथ आयोजित हुआं। जागृति कला मंच के तत्वावधान में पच्चीस एकड़ कालोनी के दुर्गा पूजा पंडाल स्थल में सांय काल धूमधाम के साथ माँ सरस्वती की विधिवत पूजा अर्चना का शुभारम्भ हुआ तमाम भक्तजनों ने वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ पूजन किया। पूजन कार्यक्रम विद्वान पण्डित पंकज पाण्डेय ने सम्पन कराया तथा भजन संध्या के साथ साथ भव्य झाकियों की भी प्रस्तुति की गयी सैकड़ों की संख्या में दूर – दराज क्षेत्रों से भक्तजनों ने यहाँ पहुंचकर भगवान शिव व शक्ति के साथ माँ सरस्वती का पूजन किया
इस अवसर पर नव निर्वाचित चेयरमैन सुरेन्द्र सिंह लोटनी पूर्व चैयरमैन रामबाबू मिश्रा समाज सेवी पियूष मिश्रा रविशंकर तिवारी नीशू गिरि सहित सेंचुरी परिवार के तमाम भक्तजन मौजूद रहे

जागृत्ति कला मंच के संयोजक व भजन सम्राट प्रमोद मिश्रा अध्यक्ष मोहन तिवारी पंकज पाण्डेय सुशील दुबे ने सभी भक्तजन व आगन्तुको का आभार जताया
सांय काल की महाआरती में भी सैकड़ों भक्तों ने भाग लेकर माँ सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त किया। और भक्तजन देर रात्री तक झूमझूमकर भव्य जागरण में भजन कीर्तन का आनन्द लेते रहे। भजन कीर्तनों में स्थानीय कलाकारों ने समा बांध दिया था
जागृत्ति कला मंच द्वारा यहाँ सभी अतिथियों व उपस्थित भक्तों का सम्मान करते हुए सभी का आभार प्रकट किया गया

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कार्यक्रम में पधारे नव निर्वाचित चैयरमैन सुरेन्द्र सिंह लोटनी ने कहा माता सरस्वती की कृपा से ही मनुष्य को संसार की सबसे अमूल्य वस्तु ज्ञान की प्राप्ति होती है।माँ को साहित्य, संगीत, कला,ज्ञान,की देवी के रूप में भी पूजा जाता है। ये आदि व अनादि से परे है।बंसत पंचमी को वीणा धारिणी शिक्षा की देवी माँ सरस्वती के पूजन दिवस के रुप में मनाने की पावन परम्परा सनातन धर्म का आभिन्न अंग है।

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भजन सम्राट प्रमोद मिश्रा ने कहा इस दिन माँ का पूजन करनें से समस्त मनोरथ पूर्ण होते है। संगीत,ज्ञान,विवेक की गरिमा-बौद्धिक विकास के महत्व की आवश्यकता जन-जन को समझाने के लिए सरस्वती पूजा की परम्परा प्राचीन काल से चली आ रही है।उन्होनें कहा वे माता सरस्वती से सभी के यशस्वी व मंगलमयी जीवन की कामना करते है उन्होंनें बताया यहाँ यह कार्यक्रम 1997 से आयोजित हो रहा है

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