हल्द्वानी शहर में शरदोत्सव मेले की रहेगी धूम, पाँच दिवसीय मेले का शुभारम्भ होगा इस दिन से

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हल्द्वानी शहर में शरदोत्सव मेले की धूम रहेगी यहाँ यह मेला 10 नवम्बर से 14 नवम्बर तक चलेगा श्री रामलीला मैदान में आयोजित होने जा रहे इस भव्य समारोह को लेकर स्थानीय लोक कलाकार व जनमानस में विशेष उत्साह है शरदोत्सव मेला हल्द्वानी एक प्रमुख सांस्कृतिक आयोजन है, जिसमें उत्तराखंड के विभिन्न लोक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। स्थानीय लोक कलाकारों के अलावा फिल्मी जगत की अनेक नामी हस्तियां भी मेले में भाग लेकर अपनी – अपनी प्रस्तुतियां देंगें
यहाँ कृष्णा हास्पिटल के गेस्ट हाऊस में एक मुलाकात में फिल्म निर्माता निर्देशक व मेले के आयोजक विक्की योगी ने बताया शरदोत्सव मेले में स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा मेले में विभिन्न उत्पादों और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया उत्तराखण्ड़ राज्य स्थापना दिवस की रजत जंयती सिल्वर जुबली के शुभ अवसर पर मानव विकास सेवा संस्थान हल्द्वानी द्वारा पारम्परिक पाँच दिवसीय 25 वां शरदोत्सव मेला भव्य रूप से आयोजित किया जा रहा है
जिसका उद्देश्य सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत रखना और स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान करना है।

उन्होंने बताया शासन जिला प्रशासन नगर प्रशासन का भरपूर सहयोग मिल रहा है वॉकवे मॉल के प्रबंध निदेशक नीरज शारदा एवं कृष्णा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्रबंध निदेशक डॉक्टर जेएस खुराना जी के संयोजन में प्रतिवर्ष कार्यक्रम हर्षोल्लाह से मनाया जाता है मेला कार्यक्रम में प्रदेश भर की संस्थाएं, विद्यालय, कॉलेज, तथा युवा कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। साथ ही बॉलीवुड कलाकारों की विशेष सहभागिता इस आयोजन को और भी मनोरंजक एवं यादगार बनाएगी।यह मेला राज्य की संस्कृति, परंपरा और एकता का प्रतीक होगा तथा स्थानीय कलाकारों को अपनी पहचान बनाने का सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। संस्कृत संयोजक गिरीश बरगली रंगकर्मी; प्रसिद्ध ब्लॉगर ज्योति अधिकारी, लोक गायक जगदीश उपाध्याय, गिरीश खाती, संचालन समिति के डॉक्टर प्रदीप उपाध्याय शंकर कोहली साक्षी बेलवाल, पूनम चंद्र, प्रेम कुमार, कविता बिष्ट, डॉ. ईना पवलीन खुराना, आदि उपस्थित रहे

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शरदोत्सव में छोलिया नृत्य सहित विभिन्न नृत्य आकर्षण का केंद्र होंगे, जो उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करगे। छोलिया नृत्य उत्तराखंड का एक पारंपरिक नृत्य है, जो अपनी विशिष्ट शैली और ऊर्जा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।जो अपनी विशिष्ट शैली और ऊर्जा से दर्शकों को आकर्षित करता है।
उत्तराखंड के विभिन्न लोक नृत्यों का प्रदर्शन भी यहाँ आकर्षण का केन्द्र होगा जो राज्य की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करेगा।इन विभिन्न नृत्य प्रदर्शनों के माध्यम से आप उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं का अनुभव कर सकते हैं और स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा का आनंद ले सकते हैं।

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श्री योगी ने बताया दस नवम्बर से आयोजित शरदोत्सव में विभिन्न स्टॉल आकर्षण का केंद्र होगें, जहां पर स्थानीय हस्तशिल्प, हस्तनिर्मित उत्पाद, और पारंपरिक व्यंजनों का प्रदर्शन और बिक्री होगी। इन स्टॉलों पर आप उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और स्थानीय कला का अनुभव कर सकते हैं।
स्थानीय व्यंजनों का स्वाद लेने का अवसर, जो उत्तराखंड की स्वादिष्ट खानपान की परंपरा को दर्शाते हैं। शरदोत्सव मेले का आकर्षण होंगे इसके अलावा स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री, जो उत्तराखंड की आर्थिक विकास में योगदान करते हैं। इन स्टॉलों पर जाने से आप न केवल स्थानीय उत्पादों का समर्थन कर सकते हैं, बल्कि उत्तराखंड की संस्कृति और कला का भी अनुभव कर सकेंगे।