शुभम् अण्डोला ने पेश की मानवता की एक और मिशाल

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हल्दूचौड़/मानवीय गुणों की अद्भूत मिशाल के रुप में अपनी अलग व अमिट पहचान बना चुके समाज सेवी शुभम् अण्डोला ने परोपकार की दिशा में एक और सुन्दर कदम बढ़ाते हुए प्रसिद्ध समाज सेवी हेंमत गौनिया की फेसबुक पोस्ट को देखकर अपनें सुपुत्र दक्ष के हाथों से ग्यारह हजार रुपये की धनराशि सहित भोजन हेतु अनाज प्रदान किया अपनें माता व पिता के आशीर्वाद को अपने जीवन का सबसे बड़ा वैभव बताते हुए उन्होनें कहा परोपकार से बड़ा कोई धर्म नहीं

यहाँ बतातें चलें मोटाहल्दू पड़लीपुर निवासी राधा कृष्ण पाठक विगत दिवस घर में खाना बनाते समय आग की चेपेट मे आकर झूलस गए थे उनकी पत्नी गीता पाठक भी विगत कई महीनो से पैरालिसिस बीमारी से जूझ रही है, वह बिस्तर में ही पड़े रहती हैं उनका एक लड़का है उसका भी एक हाथ टूट चुका है राधा कृष्ण पाठक के ऊपर मुसीबत का पहाड़ टूट चुका है अब उनकी स्थिति बहुत खराब है राधा कृष्ण के परिवार घोर संकट में है समाजसेवी हेमंत गोनिया की सूचना पर शुभम् अण्डोला का हृदय दया से द्रवित हो गया उन्होंने श्री राधा कृष्ण पाठक जी के घर पहुंच कर बेटे दक्ष के हाथों से 11000 नगद व 25 किलो आटा 25 किलो चावल उनको अपनी फर्म हीरा एंड टीआर सप्लायर की ओर सेवा भेट की और उनका आशीर्वाद लिया

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गौरतलब है कि हल्दूचौड़ क्षेत्र के निवासी सामाजिक कार्यकर्ता शुभम् अण्डोला मानवीय गुणों की अद्भूत मिशाल है लोक कल्याण के कार्यों में निरंतर सलग्न रहनें वाले शुभम् शुभ कर्मों की सुन्दर आभा अपनें आचरण में समेटे हुए है मंगलकारी कार्यों में पूर्ण मनोयोग के साथ निष्काम कर्म भाव से क्रियाशील रहनें वाले शुभम् अण्डोला आज के युवाओं के लिए एक बेहतर आदर्श हैं
कर्मशीलता की धारा के साथ लोक कल्याण को समर्पित रहनें वाले मधुर,मृदृभाषी,सरल हृदय कर्म शील प्रकृति के धनी अपना जीवन ईमानदारी को अर्पण करनें वाले शुभम् निर्मल हृदय व सादगी की मिशाल के रुप में पहचानें जातें है
उनका निर्मल, निष्ठामय, कर्तव्यमय, सादगी भरा जीवन, क्षमा, व दया की प्रतिमूर्ति, मर्यादा के महान् रक्षक, निष्काम कर्मयोगी, आध्यात्म जगत की जितनी भी उपमाएं है वे सब उनमें झलकती है ,जन सरोकारों से उनका गहरा नाता है गरीब व दीन दुखियों की मदद में वे सदैव अग्रसर रहते हैं वे पर्वतीय हितों के सजग प्रहरी भी है पर्वतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार में उनका बेहतर योगदान रहता है उनके हृदय पर धर्म व आध्यात्म का वास साफ झलकता है
ईमानदारी पूर्वक दायित्वों को निभानें में विश्वास रखनें वाले शुभम् अण्डोला मानवीय मूल्यों के संरक्षण में सदैव तत्पर रहते है

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