विशेष प्रकृति अध्ययन कार्यक्रम में भाग लिया बिन्दुखत्ता के इस प्रतिष्ठित स्कूल के छात्र- छात्राओं ने

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लालकुआं। चाइल्ड सेक्रेड सीनियर सेकेंडरी स्कूल के अध्यापकों और विद्यार्थियों ने हरिपुरा डैम गूलरभोज पर नेचर साइंस इनिशिएटिव द्वारा आयोजित एक विशेष प्रकृति अध्ययन कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य जैव विविधता, पारिस्थितिकी तंत्र, और पर्यावरण संरक्षण के साथ -साथ विद्यार्थियों को पक्षियों और पर्यावरण से जोड़ना था।

विद्यार्थी अपने विद्यालय बिंदुखत्ता घोड़ानाला स्थित चाइल्ड सैक्रेड सीनियर सेकेंडरी से हरिपुरा डैम गूलरभोज के लिए प्रस्थान करते हुए बेहद उत्साहित थे। डैम पर पहुंचने पर नेचर साइंस इनिशिएटिव के भारत के प्रसिद्ध पक्षी वैज्ञानिक श्री रमन कुमार राय और उनके सहयोगी पूर्वा नेगी ने उनका स्वागत किया। दोनों विशेषज्ञों ने बांध के पास उपस्थित विभिन्न पक्षी प्रजातियों का परिचय कराया और उनके व्यवहार, जीवन शैली और पर्यावरण में उनके महत्व को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि जो पक्षी अभी डाम पर दिखाई दे रहे है यह सब हिमालय देश से आए हैं और लंबी यात्रा लगभग 3हजार से अधिक किलोमीटर दूर से एक बार उड़े हैं तो वह इस डाम तक पहुंचे हैं रात दिन के सफर करने के बाद यह चिड़िया यहां पहुंची हैं।
विद्यार्थियों ने अपनी उत्सुकता और खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह उनके लिए किसी नई दुनिया को देखने जैसा अनुभव था। पक्षियों को उनकी प्राकृतिक अवस्था में देखना और उनके बारे में वैज्ञानिक जानकारी प्राप्त करना उनके लिए बेहद रोचक और ज्ञानवर्धक रहा।
कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों ने संकल्प लिया कि वे इस अनुभव को अपने साथियों और समुदाय के साथ साझा करेंगे और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाएंगे।
इस कार्यक्रम ने न केवल विद्यार्थियों को प्रकृति के करीब लाने का काम किया, बल्कि उन्हें पर्यावरण की सुरक्षा और पक्षी संरक्षण के महत्व को भी समझाया।

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चित्र परिचय
प्रसिद्ध वैज्ञानिक अमन राय द्वारा बच्चों को दूर देश से भोजन के लिए पलायन कर पहुंचे पशुओं के बारे में बताते हुए।

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