डॉ यू एस नाग ने मॉ के दूध को बताया शिशु के लिए सम्पूर्ण आहार एवं दिव्य वरदान, मॉ के स्वास्थ्य के लिए भी बताया चमत्कारिक
बरेली ( उत्तर प्रदेश ), पूर्वोत्तर रेलवे मण्डल चिकित्सालय इज्जतनगर में ’’विश्व स्तनपान सप्ताह’’ का सफल आयोजन जारी है। 1 से 7 अगस्त, 2025 तक चलने वाले इस विश्व स्तनपान सप्ताह का संचालन मंडल रेल प्रबन्धक, इज्जतनगर सुश्री वीणा सिन्हा के कुशल निर्देशन में किया जा रहा है।
बीते दिवस इसी क्रम में मण्डल चिकित्सालय इज्जतनगर में स्तन पान के महत्व को लेकर एक वृहद संगोष्ठि का आयोजन किया गया । संगोष्ठि में बतौर विशेषज वक्ता, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. यू.एस. नाग ने संगोष्ठी में उपस्थित रेल कर्मचारियों, महिलाओं एवं उनके परिवार जनों को संबोधित करते हुए कहा कि माँ का दूध सुरक्षित, हाईजेनिक, सस्ता, हर समय उपलव्ध एवं शिशु के लिए एक सम्पूर्ण आहार है । उन्होंने कहा स्तन पान एक ओर शिशु के स्वस्थ जीवन के लिए एक वरदान है तो दूसरी ओर स्तनपान कराने वाली मॉ के स्वास्थ्य के लिए भी यह चमत्कारिक है। स्तनपान पर विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ यू एस नाग ने बताया कि नवजात शिशु के जन्म के एक घण्टे के अन्दर से लेकर छः मॉह तक स्तनपान कराना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा प्रसव के बाद पहले तीन दिन तक माँ का दूध जिसे ’’कोलोस्ट्रम’’ कहते है, नवजात शिशु और मॉ यानी दोनों के लिए गुणकारी व लाभकारी होता है।उन्होंने बताया कि स्तनपान कराने से शिशु का सही विकास होता है, प्रतिरोधक छमता पैदा होती है और शिशु में रोग होने की सम्भावनाएं कम हो जाती हैं और नवजात कुपोषण के शिकार होने से बच जाते है।
मंडल चिकित्सालय की स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. विदुशी ने शिशु के लिए माँ के दूध की महत्ता पर विस्तृत ज्ञानबर्धक जानकारी देते हुए कहा कि स्तनपान शिशु एवं माँ दोनों के लिए लाभकारी है। स्तनपान द्वारा माँ के दूध से शिशुओं को सम्र्पूण पोषण प्राप्त होता है एवं विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने हेतु शारीरिक इम्यूनिटी का विकास होता है । उन्होंने कहा प्रथम स्तनपान नवजात शिशुओं के लिए एक वैक्सीन की भाँति कार्य करता है।
सहायक मंडल चिकित्सा अधिकारी, इज्जनगर डा. यूसरा हसन ने ’स्तनपान कराने की विधि’ पर बोलते हुए माताओं को सलाह दी कि वे नवजात को बोतल फीडिंग कभी न करायें, क्यों कि इससे इनफेक्शन फैलने की सम्भावना अधिक होती है।
संगोष्ठी में अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. मनोहर कुमार, वरिष्ठ परामर्श चिकित्सक डाॅ, लक्ष्मी गुजिंयाल, वरिष्ठ मंडल चिकित्सा अधीकारी डाॅ. आशुतोष शंखधार व डाॅ. सचिन श्रीवास्तव; मंडल चिकित्सा अधीकारी डाॅ. ऋषभ गाबा, डाॅ प्राची वर्मा; सहायक मंडल चिकित्सा अधीकारी डा. विनीथा शर्मा सहित अन्य समस्त चिकित्सक, पैरामेडीकल स्टाफ तथा चिकित्सालय में उपस्थित अन्तःरंग एवं वाहृय विभाग के रोगी एवं उनके परिजन उपस्थित थे। इस अवसर पर बैनर एवं पोस्टर लगाकर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।



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