बड़ व पीपल का दिव्य विवाह हुआ सम्पन्न।

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हल्दूचौड़। रिम्पी बिष्ट
आज शनिवार को हल्दूचौड़ पीपल और बड़ के पेड़ों की अनोखी शादी का गवाह बना। बाराती थे क्षेत्र की प्रतिष्ठित कॉलोनी शिवपुरी के सैकड़ों ग्रामीण। छोलिया नृत्य, ढोल नगाड़ों और मांगलिक गीतों के बीच पीपल तथा बड़ के पेड़ एक दूसरे के हो गए। क्षेत्र के वरिष्ठजनों का कहना है कि विवाह अनुष्ठान के बाद पेड़ सभी धार्मिक कार्यों के लिए पवित्र माने जाते हैं।

शिवपुरी-इंद्रा आवास कॉलोनी हल्दूचौड़ बमेटाबंगर खीमा व केशव ग्राम सभा में पीपल के पेड़ तथा बड़ वृक्ष का विवाह कार्यक्रम पूरे विधि विधान के साथ धूमधाम से सम्पन्न हुआ। विवाह से पूर्व षष्टी कर्म, नामकरण, यज्ञोपवीत, विवाह संस्कार हुए। इसके बाद विवाह के लिए पेड़ो को दूल्हा- दुल्हन की तरह सजाया गया। इस मौके पर ढोल नगाड़ों की धुन पर कालोनीवासी बारात के साथ जमकर झूमे।
इस अवसर पर पंडित हरीश चंद्र बेलवाल व पंडित कैलाश चन्द्र जोशी ने बताया कि कुमाऊंनी परंपरा के अनुसार हिंदू रीति-रिवाजों में सभी धार्मिक कार्य पीपल के पेड़ में किए जा सकते हैं। विवाह करने के बाद ही यह वृक्ष पवित्र माना जाता है। शादी के बाद पीपल का पेड़ जल चढ़ाने, मनोकामना के लिए बंधन बांधने, पूजा करने के लिए पवित्र माना जाता है।

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वैवाहिक अनुष्ठान पंडित मुकेश चन्द्र पाठक ने कराया।
इस अवसर पर श्री नागेश्वर महादेव मंदिर कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह बिष्ट ने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब वट सावित्री के व्रत के लिए ग्रामवासियों को बाहर नही जाना पड़ेगा, तथा महिलाये अपने धार्मिक अनुष्ठान भविष्य में यही कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह महान अनुष्ठान सभी के सहयोग से ही पूर्ण हुआ है। जिसका निर्णय श्रीमद देवी भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ के दौरान लिया गया था।
उस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला, मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष भूपेश कुमार जोशी, सचिव किशन सिंह बिष्ट, कोषाध्यक्ष हरीश चंद्र पांडे, लेखाकार राजकुमार सिंह बिष्ट, भगवत सिंह बिष्ट, भूपाल सिंह बिष्ट, बच्ची सिंह रावत,
जीवन सिंह मेहरा, गणेश धारियाल, विपिन पंत, सुरेश पंत, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनीता बिष्ट, आनंद सिंह राणा, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, हुकुम सिंह अधिकारी, नंदा बल्लभ भट्ट, रमेश चंद्र जोशी, कैप्टन खड़क सिंह राठौर, जितेंद्र सिंह बोरा, महेश चंद्र जोशी, जोधा सिंह नेगी, विन्द्येश्वरी जोशी, बीके जोशी, नंदा बल्लभ सनवाल, चंद्रशेखर तिवारी, चन्द्री दत्त जोशी, भुवन बमेटा, एसएस लोहनी, मोहन देव, डीगर सिंह देव, बच्चीराम नोलिया, बहादुर सिंह बिष्ट, सतीश जोशी, गोविंदी नगरकोटी, मोहन बिष्ट सहित तमाम श्रद्धालु लोग उपस्तिथ थे।

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