द्वारहाट उत्तराखंड की धरती पर ऋतुओं के अनुसार कई अनेक पर्व मनाए जाते हैं । यह पर्व हमारी संस्कृति को उजागर करते हैं , वहीं पहाड़ की परंपराओं को भी कायम रखे हुए, इन्हीं खास पर्वो में शामिल, हरेला उत्तराखंड में एक लोकपर्व है| हरेला शब्द का तात्पर्य हरयाली से हैं| यह पर्व वर्ष में तीन बार आता हैं| पहला चैत मास में दूसरा श्रावण मास में तथा चतीसरा व् वर्ष का आखिरी पर्व हरेला आश्विन मास में मनाया जाता हैं | आपको बता दे आज हरेला पर्व पर जिला कांग्रेस कमेटी रानीखेत द्वारा प्रदेश नेतृत्व द्वारा हरियाली पर्व पर वृक्षारोपण कार्यक्रम के निर्देश पर आज ग्राम पंचायत धन्यारी में वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न किया।
ग्राम की मातृशक्ति द्वारा पारंपरिक परिधान पिछौड़ा पहनकर वृक्ष लगाए तो ग्राम के ग्रामीणों ने भी वृक्षारोपण में सहयोग किया जिला अध्यक्ष कांग्रेस रानीखेत नारायण रावत ने ग्रामवासियों से अनुरोध किया कि वृक्षारोपण के साथ वृक्षों की सुरक्षा भी गांव वालो की जिमेदारी है।
ब्लॉक प्रमुख दीपक किरौला जी ने ग्रामवासियों से वृक्षारोपण को अभियान के रूप में अपनाने का आवाहन किया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान धन्यारी प्रकाश अधिकारी जी,शंकर कैड़ा जी,ग्राम प्रधान सतीश उपाध्याय जी, देवीदत्त जी, संतोष चौधरी जी,कमल किशोर आर्या जी, दीपक बिष्ट जी, बालम रावत,सागर रावत, सुमित बजेठा,कमला देवी सुनीता देवी, लीला देवी आदि उपस्थित थे।
सहयोगी मनीष नेगी के साथ कैलाश पुजारी की रिपोर्ट।



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