देवी के पावन चरित्रों की कथा श्रवण से जीवन होता है धन्य: दिनेश चन्द्र जोशी

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जनपद बागेश्वर के कमस्यार घाटी में स्थित माँ भद्रकाली के दरबार में इन दिनों श्रीमद् देवी भागवत की कथा से यहां का आध्यात्मिक वातावरण भक्ति के रंग में रंग गया है श्रीमद् देवी भागवत कथा को लेकर समूचे क्षेत्र में गजब का आध्यात्मिक उल्लास छाया हुआ है भद्रकाली गांव सहित दूरदराज क्षेत्रों के भक्तजन इन दिनों यहां कथा श्रवण को पहुंच रहे हैं 30 मई से आरंभ हुई कथा का विराम दिवस 8 जून को है
मंदिर के आस्थावान भक्त प्रदीप जोशी ने बताया कि श्रीमद् देवी भागवत कथा के आयोजन से इन दिनों आध्यात्मिक रौनक छाई हुई है श्री जोशी ने बताया कथा के विराम दिवस के अवसर पर 8 जून को यहां विशाल भंडारा भी आयोजित होगा
माँ भद्रकाली के दरबार में चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा में श्रद्धालुओं के अपार जन समुदाय को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक श्री दिनेश चंद्र जोशी ने कहा कि इस कलिकाल में श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण करना और कराना बहुत फलकारी होता है। उन्होनें देवी की महिमां पर विशेष रुप से प्रकाश डाला तथा कहा इस कथा में 9 देवियों की महत्ता व महिमा की व इनकी विधि विधान से पूजा अर्चना करने की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है। उन्होंने कहा देवी माँ से अपने, देश व समाज के कल्याण की कामना करनी चाहिये।
उन्होंने आगे कहा कि बड़े पुण्य कर्मों से मानव जीवन प्राप्त होता है अत: इसका अधिक से अधिक सद्पयोग करना चाहिये व पुण्य कार्य करके जीवन को सफल बनाना चाहिये। उन्होनें कहा माता, पिता और संतों की सेवा करने और आशीर्वाद लेने से आयु में वृद्धि होती है और सुख समृद्धि आती है
उन्होनें कहा देवी के पावन चरित्रों से बढ़कर कुछ भी नही है।श्रीमद्देवी भागवत नामक पुराण से बढ़कर कोई पुराण नहीं है। भागवत कथा पढऩे व सुनने से कोई भी पदार्थ दुर्लभ नहीं रह सकता है। इनकी कृपा से सभी कष्टों का निवारण शीघ्र हो जाता है।
इस अवसर पर कथा के यजमान घनश्याम जोशी चंद्रशेखर कोठारी सहित अनेकों मौजूद रहे

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