देवी के पावन चरित्रों से बढ़कर कुछ नही : प० सतीश लोहनी

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हल्दूचौड़। रिम्पी बिष्ट
श्री हनुमान मंदिर एवं श्री श्री 1008 बाबा केशव दास आश्रम बाबाजी की कुटिया दुमका बंगर उमापति हल्दूचौड़ जिला नैनीताल में तृतीय दिवस की श्रीमद् देवी भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ में व्यास पीठ से व्यास पंडित श्री सतीश चंद्र लोहनी जी ने अपनी मधुर वाणी से श्रोताओं को आज देवी के सर्वोपरी होने पर कहा कहां की मां शक्ति से ही ब्रह्मा सृष्टि विष्णु पालन व रुद्र संहार करते हैं भगवती बड़े बड़े योगियों को भी मोह में डाल देती है उसकी माया से बच पाना असम्भव है उसकी कृपा से हि माया से बचा जा सकता है इसी लिए ये तीनो देवी की हमेशा उसकी उपासना करते हैं इस लिए सभी को गायत्री मंत्र की दीक्षा दी जाती है इसलिए कल्याण चाहने वाले को गायत्री मंत्र का जप जरुरी करना चाहिए गायत्री जपने वाले के द्वारा जो भी सतकरम किये जाते हैं वह सफल होते हैं अन्यथा नहीं होते हैं श्रद्धा भी सफल तभी है सफल होता है इसलिए पूर्व में भी सभी ऋषि मुनि शक्ति की हि उपासना किया करते थे आज कि कथा में श्रोतागणों मातृशक्ति के साथ पूर्व केबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, मंदिर कमेटी के पूजारी प्रकाश जोशी, यजमान श्रीमती एवं श्री पूरन चंद भट्ट, श्रीमती एवं श्री चंदबललभ खोलिया, मंदिर कमेटी के संरक्षक उमेश चंद्र कबड़वाल, अध्यक्ष कैलाश चन्द्र दुम्का, सचिव बालकृष्ण दुम्का, कोषाध्यक्ष खीमानंद तिवारी, मोतीराम गरवाल, नंदा बल्लभ कबड़वाल, गंगादत्त जोशी, गंगादत्त दुम्का, पंडित शंभुदत्त दुर्गापाल, कांतिबल्लभ दुम्का, गोपाल दत्त सुनाल, चंद्रशेखर कविदयाल, उर्वादत्त भट्ट, डाक्टर त्रिलोचन सती, सुरेश चंद्र जोशी, गंगादत्त जोशी, कमलापति भट्ट, तारादत्त बमेटा, रमेशचन्द्र दुम्का, दयाकिशन कबड्वाल, केशवदत्त कबड़वाल, गणेश दत्त जोशी,दिपेश चन्द्र दुर्गापाल,कमल पाण्डे, शिवदत्त पाण्डे,अम्बादत्त संनवाल, बद्रीदत्त जोशी, जगदीश चंद्र पांडे, केशवदत्त गरवाल, मनोहर पडलीया, दीपू तिवारी, देब किशोर सुयाल, विशंभर दत्त कवडाल, सुरेश तिवारी, कमलापति भाट,आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे

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