ममता व करुणा की यह मूर्ति सदैव स्मरणीय रहेंगी कर्म,निष्ठा,व संघर्ष का संगम थी श्रीमती हंसी देवी शर्मा

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हल्दूचौड़ के नारायणपुरम् निवासी आध्यामिक विचारधारा की धनी श्रीमती हंसी देवी का आज प्रातः निधन हो गया वे अपने पिछे तीन पुत्र दो पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गयी है वे लगभग82 वर्ष की थी तथा पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थी सैकड़ो नम आखों से चित्रशिला घाट पर उन्हें अन्तिम विदाई दी गयी उन्हें मुखाग्नि उनके पुत्र दीप चन्द्र शर्मा गोविन्द बल्लभ शर्मा व महेश शर्मा ने दी

आध्यात्मिक जगत की महान् विराट विभूति ,लोक मंगलकारी कर्मो का सृजन करके निष्काम कर्म की प्रेरणा देकर जीवन पथ को निर्मल आभा से सवांरकर करूणा की दिव्य छाया बरसाने वाली, कर्म ही जिनका महान् आर्दश था ,दया ही जिनका परम धाम था ,अलौकिक सत्ता के प्रति हर पल जिनका रूझान था जो मानवीय रूप में साक्षात् करूणा की मूर्ति थी ,आत्मा की अमरता व शरीर की नश्वरता को जो भलि भांति जानती थी, देवभूमि व यहां के तीर्थ स्थलों के प्रति जिनके हदय में अपार श्रद्वा थी समय समय पर जिनका पर्दापण देवकार्यो में होता रहता था ,वो सरल हृदय ममता व करूणा की साक्षात् मूर्ति श्रीमती हंसी देवी शर्मा जी अब इस नश्वर संसार में नही रही उनके निधन की सूचना से समूचा क्षेत्र शोक से व्याकुल हो उठा है, यहां के जनमानस में उनके प्रति गहरी श्रद्वा थी श्रीमती हंसी देवी जी का आत्मिक रूप से मिलना जुलना उनके विशाल हृदय की विराटता को झलकाता था सरल से भी सरल ममतामयी हंसी शर्मा जी ने अपनी जीवन साधना को निष्काम कर्मयोगी की तरह जिया वे सच्चे अर्थो में दरियादिली की जीती जागती मिशाल थी,

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देवभूमि के देवालयों की वे कायल थी ईश्वर से उनका अमिट लगाव था ।उनकी सादगी ,विनम्रता स्नेहशीलता आदरणीय थी। कुल मिलाकर हल्दूचौड़ की नारायण पुरम् निवासी वरिष्ठ समाज सेवी दीप चन्द्र शर्मा गोविन्द बल्लभ शर्मा महेश शर्मा की माताजी श्रीमती हंसी देवी शर्मा जी का जीवन सफर धार्मिक व सामाजिक कार्यो में बीता उनकी जहां ईश्वर के प्रति गहरी आस्था थी, लोक मंगल के कार्यो के प्रति सदैव सजग रहा करती थी
देवभूमि से सदा ही उनका अमिट लगाव रहा था, मूल रूप से कुमाऊं के भटेलिया मुक्तेश्वर व हाल निवासी नारायणपुरम् निवासिनी स्व० श्रीमती हंसी देवी शर्मा का जीवन अथक सघंर्षों की गाथा रही है।जो आज के समाज के लिए महान् आर्दश है। यहां के धार्मिक स्थलो व शक्तिपीठों के प्रति उनकी अटूट आस्था थी। खासतौर से वे मुक्तेश्वर महादेव जी के चरणों में उनकी अटूट आस्था थी
गरीबों के दुख दर्द में सदा ही सहायक रहने वाली ममता की यह मूर्ति सदा ही स्मरणीय रहेगी। उनकी पावन यादें सदा ही हम सबका मार्ग दर्शन करते रहेगी

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उनके निधन पर विधायक डा० मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व कैबीनेट मन्त्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला समाज सेवी हेमवती नन्दन दुर्गापाल ग्राम प्रधान हरेन्द्र असगोला वरिष्ठ किसान नेता रमेश तिवारी देवेन्द्र तिवारी सहित समस्त नारायण पुरम् कालोनी वासियों ने शोक प्रकट करते हुए श्रद्वांजलि अर्पित की

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