ममता व करुणा की यह मूर्ति सदैव स्मरणीय रहेंगी कर्म,निष्ठा,व संघर्ष का संगम थी श्रीमती मोहिनी देवी

ख़बर शेयर करें

 

लालकुऑ के गांधी नगर निवासी आध्यामिक विचारधारा की धनी श्रीमती मोहिनी देवी का शनिवार रात्रि को निधन हो गया वे अपने पिछे तीन पुत्र दो पुत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गयी है सैकड़ो नम आखों से चित्रशिला घाट पर आज उन्हें अन्तिम विदाई दी गयी उन्हें मुखाग्नि उनके पुत्र दीवान सिंह बिष्ट, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, शंकर सिंह बिष्ट ने दी
आध्यात्मिक जगत की महान् विराट विभूति ,लोक मंगलकारी कर्मो का सृजन करके निष्काम कर्म की प्रेरणा देकर जीवन पथ को निर्मल आभा से सवांरकर करूणा की दिव्य छाया बरसाने वाली, कर्म ही जिनका महान् आर्दश था ,दया ही जिनका परम धाम था ,अलौकिक सत्ता के प्रति हर पल जिनका रूझान था जो मानवीय रूप में साक्षात् करूणा की मूर्ति थी ,आत्मा की अमरता व शरीर की नश्वरता को जो भलि भांति जानती थी, देवभूमि व यहां के तीर्थ स्थलों के प्रति जिनके हदय में अपार श्रद्वा थी समय समय पर जिनका पर्दापण देवकार्यो में होता रहता था ,वो सरल हृदय ममता व करूणा की साक्षात् मूर्ति श्रीमती मोहिनी देवी बिष्ट जी अब इस नश्वर संसार में नही रही उनके निधन की सूचना से समूचा क्षेत्र शोक से व्याकुल हो उठा है, यहां के जनमानस में उनके प्रति गहरी श्रद्वा थी श्रीमती मोहिनी देवी जी का आत्मिक रूप से मिलना जुलना उनके विशाल हृदय की विराटता को झलकाता था सरल से भी सरल ममतामयी मोहिनी जी ने अपनी जीवन साधना को निष्काम कर्मयोगी की तरह जिया वे सच्चे अर्थो में दरियादिली की जीती जागती मिशाल थी,

मूलरूप से देवभूमि दौलाघट मनाऊँ जिला अल्मोड़ा निवासी लगभग 70 वर्षीय स्व० श्री मोहिनी देवी की माँ अवंतिका देवी के प्रति गहरी श्रद्धा थी देवभूमि के देवालयों की वे कायल थी ईश्वर से उनका अमिट लगाव था ।उनकी सादगी ,विनम्रता स्नेहशीलता आदरणीय थी। कुल मिलाकर लालकुआँ गांधी नगर खत्ता स्व० श्री नारायण सिंह बिष्ट जी का जीवन सफर धार्मिक व सामाजिक कार्यो में बीता उनकी जहां ईश्वर के प्रति गहरी आस्था थी, लोक मंगल के कार्यो के प्रति सदैव सजग रहा करती थी
स्व० श्रीमती मोहिनी देवी जी का जीवन अथक सघंर्षों की गाथा रही है।जो आज के समाज के लिए महान् आर्दश है। गरीबों के दुख दर्द में सदा ही सहायक रहने वाली ममता की यह मूर्ति सदा ही स्मरणीय रहेगी। उनकी पावन यादें सदा ही हम सबका मार्ग दर्शन करते रहेगी

यह भी पढ़ें 👉  लता मंगेशकर-संगीत ही जिनका जीवन था

उनके निधन पर विधायक डा० मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व कैबीनेट मन्त्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल जिला पंचायत सदस्य कमलेश चंदोला समाज सेवी हेमवती नन्दन दुर्गापाल भुवन पाण्डे पवन चौहान दीवान सिंह बिष्ट डिगर सिंह गंगा पाठक सुरेन्द्र लोटनी शौरभ पंत माजिद अली महेश पंत पूरन सिंह बिष्ट जीवन भण्डारी कैलाश पंत भूपाल सिंह बिष्ट निशांत गिरी हेमन्त पाण्डे भुवन तिवारी राजेन्द्र रजवार धन सिंह बिष्ट नारायण सिंह बिष्ट मोनू नन्दवानी सजय मियान राजन भाटिया पियूष मिश्रा ज्ञानेन्द्र मिश्रा दीपू नयाल जावेद खान सुरेश बिष्ट गंगा पाठक हिमांशु पाण्डेय प० चन्द्र शेखर जोशी रवि नरेश चौधरी मोहन पाण्डे मोहन चन्द्र जोशी राजेन्द्र रजवार गणेश बिष्ट महेन्द्र जीना सहित अनेकों लोगों ने शोक व्यक्त किया

Ad
Ad Ad Ad Ad
Ad