तीन दिवसीय अखण्ड साधना के बाद हल्द्वानी पहुंचे सत्य साधक ” गुरु जी

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+ स्थानीय भक्त समुदाय ने श्रद्धापूर्वक किया स्वागत, भक्तो
को दिया आशीर्वाद
+ भद्रकाली शक्तिपीठ को गुरु जी ने बताया साधना के लिए अलौकिक स्थल
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हल्द्वानी ( नैनीताल ), जनपद बागेश्वर के कमस्यार घाटी स्थित माँ भद्रकाली शक्तिपीठ में तीन दिन की अखण्ड पीताम्बरी साधना के बाद सत्य साधक ” गुरु जी ” आज हल्दवानी वापस लौट आये हैं। यहाँ पहुंचने पर स्थानीय भक्त समुदाय ने सत्य साधक गुरु जी का श्रद्धापूर्वक स्वागत किया और गुरु जी ने सभी भक्तों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया ।
पीताम्बरी देवी ( बगलामुखी ) के महान साधक गुरु जी द्वारा क्षेत्र की खुशहाली व लोक कल्याण के निमित्त हाल ही में कमस्यार घाटी के प्रसिद्ध भद्रकाली शक्तिपीठ में मॉ पीताम्बरी देवी की तीन दिवसीय अखण्ड साधना आरम्भ की गयी थी । भद्रकाली मन्दिर समिति के संरक्षक आचार्य योगेश पन्त स्थानीय भक्त पंकज काण्डपाल भी इस साधना अवधि में गुरु जी के साथ रहे। तीन दिन की अल्प अवधि की साधना पूर्ण कर और हवन यज्ञादि सम्पन्न कर हल्द्वानी लौटे गुरु जी ने कहा कि मॉ भद्रकाली का पवित्र दरबार साधना के लिए हर प्रकार से उत्तम एक अलौकिक धर्म स्थल है। उन्होंने कहा कि सघन व सुरम्य वन क्षेत्र में स्थित इस अलौकिक शक्ति पीठ का शान्त वातावरण वास्तव में दिव्य लोक की अनुभूति करा देता है।
गुरु जी ने कहा कि वह पिछले कई वर्षों से माँ भद्रकाली के इस दरबार में साधना के लिए आते रहे हैं उन्होंने कहा कि इस बार परिस्थितिजन्य कारणों के चलते साधना की अवधि अत्यन्त सीमित रखनी पड़ी, फिर भी माँ के चरणों में जो दिव्य अनुभूति हुई, जो अलौकिक अनुभव प्राप्त हुए, वे अपने आप में अद्भुत व अकल्पनीय थे।
सत्य साधक ने कहा कि वह अलग – अलग अवसरों पर देवभूमि उत्तराखंड के अलावा देश के अनेक प्रान्तों में स्थित अति प्राचीन व गोपनीय धर्म स्थलों पर साधना के लिए जाते रहते हैं । उन्होंने कहा कि कुछ दिन हल्द्वानी प्रवास पर रहने के बाद वह भक्त मण्डली के साथ काशी, मथुरा, अयोध्या, दतिया आदि तीर्थों में साधना हेतु निकलेंगे ।
गुरु जी ने यहाँ स्वागत के लिए पहुंचे भक्त समुदाय की खुशहाली के लिए मॉ पीताम्बरी से प्रार्थना की और सभी के लिए शुभ कामनाएं व्यक्त की ।
मदन मधुकर की रिपोर्ट

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