उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने हेतु दिया जा रहा है आकर्षक जूट बैग बनाने का प्रशिक्षण

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+ दिव्य ज्योति महिला एवं बाल विकास संस्था के तत्वावधान में संचालित है प्रशिक्षण कार्यक्रम
+ कुशल प्रशिक्षकों द्वारा महिलाओं को सिखाए जा रहे हैं उद्यमिता व मार्केटिंग के गुर
+ प्रशिक्षण के दौरान ऑन लाइन व ऑफ लाइन बैंकिंक सिस्टम के साथ ही बचत के भी बताए जा रहे हैं तौर-तरीके
+ मौजूदा प्रशिक्षण सत्र में 40 महिलाएं कर रही हैं प्रतिभाग

हल्द्वानी ( नैनीताल ), समीपवर्ती पुरानी आई टी आई स्थित दिव्य ज्योति महिला एवं बाल विकास संस्था के तत्वावधान में इन दिनों जूट पर आधारित आकर्षक बैग व अन्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है ।
उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत संचालित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करना और उनको आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाना है।
मौजूदा प्रशिक्षण सत्र में 40 महिलाएं प्रतिभाग कर रही हैं।
कुशल प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में महिलाएं जूट पर आधारित विभिन्न प्रकार के आकर्षक उत्पाद बनाना सीख रही हैं, जिनमें जूट के शापिंग बैग, वाटर बोतल, जूट के पर्स आदि शामिल हैं।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान कुशल प्रशिक्षकों की टीम द्वारा महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करते हुए उनको स्वावलम्बी बनाने की दिशा में उद्यामिता व उद्यम के महत्व के साथ- साथ मार्केटिंग के गुर भी सिखाए जा रहे हैं।
इसी के साथ-साथ महिलाओ को आधुनिक तकनीक का लाभ उठाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। खासतौर से ऑन लाइन बैंकिंग व ऑफ लाइन बैंकिंग सिस्टम की बारिकियां एवं तौ- तरीके प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं को समझाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं कम आय में भी बचत कैसे की जा सकती है, इस बाबत हर छोटी-बड़ी बातें प्रशिक्षकों द्वारा बताई जा रही हैं।
दिव्य ज्योति महिला एवं बाल विकास संस्था की अध्यक्ष दिव्या कोटियाल का कहना है कि महिलाओं में गैर जरूरी खर्चों से बचने, छोटी-छोटी बचतें करने एवं उचित वित्तीय प्रबन्धन की आदतें विकसित करना नितान्त जरूरी है। ऐसा होने पर उनको उद्यम का सही महत्व समझ आयेगा और वे पूंजी का उचित उपयोग करना भी सीख पायेंगी ।
बता दें कि दिव्य जोति महिला एवं बाल विकास संस्था द्वारा सीमित संसाधनों के बावजूद महिला स्वरोजगार एवं बच्चों के हित में लगभग एक दशक से लगातार प्रशिक्षण व अन्य कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। स्थानीय स्तर पर गरीब व जरूरतमंद महिलाएं व बच्चे इससे लाभान्वित होते आ रहे हैं।
दिव्या कोटियाल ने कुशल प्रशिक्षकों द्वारा समय-समय पर दिये जा रहे सार्थक सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया है।

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