ग्राम पंचायत के समग्र विकास हेतु ग्रामीणों के सुझाव एवं टीम भावना को अहम मानती हैं ग्राम प्रधान आशा बिष्ट

ख़बर शेयर करें

 

+ बिलहरी चकरपुर ग्राम पंचायत से पहली बार निर्वाचित हुई हैं प्रधान
+ खटीमा विकासखण्ड में सबसे अधिक मतों से जीत कर साबित की अपनी लोकप्रियता
+ जन भावनाओं के अनुरूप ही विकास कार्य करना आशा बिष्ट की रहेगी प्राथमिकता
+ सामाजिक क्षेत्र में 20 वर्षों से निभाती आयी हैं सक्रिय भूमिका
+ सौम्य एवं मिलनसार होने के कारण क्षेत्रभर में हैं खासी लोकप्रिय

खटीमा ( उधमसिंह नगर ) ,
विकासखण्ड खटीमा अन्तर्गत बिलहरी चकरपुर ग्राम पंचायत से नव निर्वाचित ग्राम प्रधान श्रीमती आशा बिष्ट क्षेत्र के सम्पूर्ण एवं सन्तुलित विकास के लिए जन सहभागिता की प्रबल पक्षधर रही हैं। इसी सोच के तहत अपनी ग्राम पंचायत के समग्र विकास के लिए वह ग्रामीणों के सुझावों और टीम भावना से काम करने को बहुत अहम मानती हैं।
श्रीमती आशा बिष्ट वैसे तो बिलहरी चकरपुर ग्राम पंचायत से पहली बार प्रधान निर्वाचित हुई हैं, लेकिन सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों में वह लगभग 20 वर्षो से लगातार सक्रिय रही हैं । क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष करने से लेकर सामाजिक समारोहों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं धार्मिक आयोजनों जैसे रामलीला, कथा- भागवत, उत्सव- पर्व आदि अवसरों पर श्रीमती आशा बिष्ट हमेशा जिम्मेवार भूमिका में देखी जाती रहीं हैं।
हाल ही में सम्पन्न त्रिस्तरीय पंचायती चुनावों में श्रीमती आशा बिष्ट ने सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज कर निसंदेह क्षेत्रभर में अपनी लोकप्रियता का ही परिचय दिया है।
ग्राम पंचायत की मूलभूत सुविधाओं व समस्याओं से लेकर विकास के विजन पर ग्राम प्रधान श्रीमती आशा बिष्ट से इस समाचार पोर्टल द्वारा विस्तार से बातचीत की गई। लम्बी वार्ता में श्रीमती बिष्ट ने कहा कि अपनी ग्राम पंचायत में जन भावनाओं को ध्यान में रखकर ही विकास कार्य करना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी । उन्होंने कहा कि नब्बे के दशक की शुरुआत से ही त्रिस्तरीय पंचायती व्यवस्था लागू हो गई थी । तब यह उम्मीद की गई थी कि पंचायतों की सरकारें ग्रामीण विकास को काफी आगे तक ले जायेंगी, परन्तु जनता की उम्मीदों के मुताबिक ऐसा नहीं हो पाया । इसकी वजह पूछने पर उन्होंने कहा कि ब्लाक से लेकर राज्य व केन्द्र सरकार की तमाम योजनाएं चलती आयी हैं, परन्तु ग्रामीणों को उन योजनाओं का न्यायसंगत लाभ नहीं मिल पाया है।
श्रीमती आशा बिष्ट ने कहा कि क्षेत्र के सन्तुलित विकास के लिए तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं में बिना किसी भेदभाव के, जरूरतमंदों और पात्र लोगों को वरीयता देना नितान्त आवश्यक है, जो आमतौर पर नहीं देखा जाता है।
उन्होंने कहा कि जिन जगहों पर काम करना ज्यादा जरूरी है, ग्रामीणों व वार्ड सदस्यों की सहमति के आधार पर, पहले उन्हीं जगहों पर कार्य किया जाना चाहिए, ताकि सभी के साथ न्याय हो सके ।
उन्होंने कहा कि वह अपनी ग्राम पंचायत के तमाम जागरूक लोगों से बातचीत कर समस्याओं को चिन्हित करेंगी और विकास कार्यों की रूपरेखा तय करके सभी के सुझावों के अनुरूप टीम भावना के साथ कार्य करने को प्रतिबद्ध हैं । उन्होंने कहा आम जन सहभागिता से ही सन्तुलित एवं व्यवस्थित विकास सम्भव हो सकता है।
बताते चलें कि नव निर्वाचित ग्राम प्रधान श्रीमती आशा बिष्ट एक उच्च शिक्षित महिला जनप्रतिनिधि हैं। कुमाऊं विश्व विद्यालय से उन्होंने बी एड और एल एल बी की डिग्रियां हासिल की हैं। वह क्षेत्र में एक सम्पन्न कारोबारी एवं सम्भ्रान्त परिवार से ताल्लुक रखती हैं। इनके पति राकेश बिष्ट स्वयम एक सीनियर एडवोकेट है और सामाजिक सरोकारों को लेकर मुखर रहते हैं।। लम्बे वक्त से सामाजिक कार्यों में अभिरुचि होने के नाते दरअसल राजनीति श्रीमती आशा बिष्ट के लिए कोई कैरियर अथवा रोजगार का माध्यम नहीं बल्कि समाज सेवा का एक समुचित व बेहतर माध्यम है। लगभव 20 वर्षो से वह निःस्वार्थ भाव से सामाजिक क्षेत्र में सार्थक व जिम्मेवार भूमिका निभाती आई हैं।
अत्यधिक व्यवहार कुशल एवं मिलनसार स्वभाव के चलते श्रीमती आशा बिष्ट अपनी ग्राम सभा के साथ – साथ क्षेत्रभर में खासी लोकप्रिय रही हैं।
कुल मिलाकर इस बार के चुनावों में मतदाताओं द्वारा उन पर जो भरोसा जताया गया है, उसके लिए वह सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहती हैं कि मतदाताओं के विश्वास को कायम रखने के लिए वह हर सम्भव प्रयास करेंगी ।