+ 7 मिनट तक चला ऐतिहासिक पाषाण युद्ध,
केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने की मेले में शिरकत
चम्पावत, जनपद के विश्व प्रसिद्ध मां वाराही धाम देवीधुरा में आज रक्षा बन्धन के अवसर पर आयोजित ऐतिहासिक बग्वाल मेले में आस्था, परंपरा और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस अवसर पर फल और फूलों से जमकर बग्वाल खेली गयी और लाखों लोग इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने ।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा ने मेले में पहुंचकर चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले इस अनोखे पाषाण युद्ध का अवलोकन किया ।
मेले में महिलाओं और बच्चों ने केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा को राखी बांधकर रक्षाबंधन का पवित्र पर्व भी मनाया।
पाटी ब्लॉक में स्थित मां वाराही धाम में सुबह प्रधान पुजारी द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना के साथ बग्वाल की शुरुआत की गई। इसके बाद चारों खाम—वालिक (सफेद), चम्याल (गुलाबी), गहड़वाल (भगवा) और लमगड़िया (पीला)—के बग्वालियों का मन्दिर परिसर में प्रवेश हुआ।
अलग-अलग रंगों के वस्त्रों और पगड़ियों में सजे योद्धाओं के हाथों में बांस और रिंगाल से बने ढाल थे, युद्ध के दौरान वे एक-दूसरे के प्रहारों से बचते रहें। उनके आगमन के साथ ही शंखनाद गूंज उठा और मां के जयकारों के बीच बग्वाल का शुभारम्भ हुआ। आसमान में फलों और फूलों की बरसात ने समूचे वातावरण को अलौकिक बना दिया । उधर श्रद्धालुओं की उत्साह भरे जयघोष से पूरा मैदान गूंज उठा।
इस बार की बगवाल दोपहर 1:58 बजे शुरू होकर 2:05 बजे समाप्त हुई। सात मिनट चले इस अनूठे युद्ध में पत्थरों के स्थान पर फल और फूलों का प्रयोग कर इस अनूठी परंपरा को जीवंत रखा गया।
पीठाचार्य पंडित कीर्ति बल्लभ जोशी के अनुसार, फल-फूलों से खेली जाने वाली बग्वाल को अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है।
बग्वाल पूर्ण होने के साथ ही
धराली- उत्तराकाशी आपदा में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा— मां_वाराही देवी सबकी चिंता करती हैं। यह अनोखी विरासत केवल देवीधुरा के बग्वाल मैदान में देखने को मिलती है। यहां की पौराणिक परंपरा के बीच अनुशासन और भाईचारे की अद्भुत मिसाल देखने को मिलती है । बग्वाल के बाद सभी योद्धा गले मिलते हैं और आपस में बधाई देते हैं। उन्होंने बताया कि मां वाराही धाम का 19 करोड़ रुपये से भव्य पुनर्निर्माण किया गया है और आगे भी विकास कार्य जारी रहेंगे।
कार्यक्रम से पूर्व जिलाधिकारी मनीष कुमार ने सम्पूर्ण मेला स्थल का निरीक्षण कर सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया और विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए सरकारी स्टॉलों का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश दिए।
इस अवसर पर पूर्व सांसद महेन्द्र पाल, विधायक रविन्द नेगी (दिल्ली), विधायक राम सिंह कैड़ा (भीमताल), मुख्य संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, बाराही मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट,मंडल अध्यक्ष जगदीश जोशी, मंदिर समिति पदाधिकारी, जिलाधिकारी चंपावत मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक चंपावत अजय गणपति, पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ रेखा यादव, प्रभागीय वनाधिकारी नवीन चंद्र पंत, मुख्य विकास अधिकारी डॉ० जी एस खाती, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, आईटीबीपी कमांडेंट संजय कुमार, उप जिलाधिकारी पाटी/मेला मजिस्ट्रेट देवीधुरा नितेश डांगर, तहसीलदार जगदीश नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर देवेश चौहान, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ वसुंधरा गर्ब्याल , जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास पी एस बृजवाल, खंड विकास अधिकारी लोहाघाट कविंद्र रावत, खंड विकास अधिकारी पाटी अवनीश सिंह, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत कमलेश बिष्ट, हिमवीर वर्डबज वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष अनुराधा सिंह, चारों खाम के प्रमुख त्रिलोक सिंह बिष्ट, वीरेन्द्र सिंह लमगड़िया, गंगा सिंह चम्याल,बद्री सिंह बिष्ट समेत कई गणमान्य महानुभाव तथा भारी संख्या में जनता मौजूद रही।



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