आध्यात्मिक चेतना का संचार करके लोगों को सन्मार्ग की ओर प्रेरित कर रहे हैं संतोष कांडपाल

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उत्तराखंड क्षेत्र के प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थलों एवं गुमनामी के साए में गुम तीर्थ स्थलों के विकास के लिए जनपद बागेश्वर के निवासी संतोष कांडपाल बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ इन दिनों इस दिशा में कार्य करके आध्यात्मिक चेतना का संचार कर रहे हैं
विगत दिवस उनके द्वारा जनपद पिथौरागढ़ के अंतर्गत गंगोलीहाट क्षेत्र में स्थित माँ महाकाली मंदिर प्रांगण में भी भव्य भंडारे का आयोजन किया गया विभिन्न शक्तिपीठों में रात्रि जागरण व भंडारे के माध्यम से लोगों के भीतर अपनी संस्कृति के प्रति जागृति करने का कार्य करने वाले संतोष कांडपाल आध्यात्मिक विचारधारा के धनी व्यक्ति हैं अपने निर्मल स्वभाव के चलते वे अपने ही संसाधनों से भंडारा जागरण आदि का कार्यक्रम आयोजित करते हैं पूर्ण सेवा और समर्पण के भाव के साथ वे गरीब लोगों की मदद के लिए भी सदैव तत्पर रहते हैं कोरोना काल में उन्होंने जिस तन्मयता के साथ लोगों की सेवा की वह समाज में एक आदर्श है

माँ भद्रकाली के प्रति अथाह स्नेह व भक्ति रखने वाले श्री संतोष काण्डपाल कहते हैं कि मानव का यह जीवन केवल परमात्मा प्राप्ति के लिए ही मिला है हमें इस जीवन का सदुपयोग प्रभु के भजन चिंतन व जितना हो सके लोगों की भलाई के लिए अर्पित करना चाहिए माँ भद्रकाली मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र भंडारी ने उनके कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि संतोष कांडपाल मैं सेवा व समर्पण का जो निश्चल भाव है वह आदरणीय है
श्री कांडपाल द्वारा गोपेश्वर महादेव मंदिर एवं काड़ा के प्रसिद्ध महाकाली मंदिर में भी जागरण आयोजित किए जा चुके हैं उनका लक्ष्य है कि जो हमारी पौराणिक धरोहर महत्व वाले तीर्थ स्थल है और गुमनामी के साए में गुम हैं उन सभी को प्रकाश में लाने का कार्य निरंतर आगे बढ़ाया जाएगा उनका कहना है कि ईश्वर की कृपा से ही संपूर्ण कार्य संपन्न होते हैं हम सब तो केवल निमित्त मात्र हैं उनके द्वारा शीघ्र ही माँ भद्रकाली के मूल स्थान को प्रकाश में लाने का कार्य इन दिनों तेजी से किया जा रहा है/// रमाकान्त पन्त///

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