ऐडाघौ में शिव कथा की धूम विशाल भण्डारा आज

ख़बर शेयर करें

 

मनान क्षेत्र के ऐडाघौ मन्दिर में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के दसवें दिन प्रसिद्ध कथा वाचक श्री मोहन चन्द्र पाठक ने भगवान शिव की विराट लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान शिव आस्था व भक्ति का संगम है और शिवजी ही शक्ति है उन्होनें

श्रद्वालुओं के अपार जन समूह को सर्वेश्वर शिव व उनकी भांति भांति की लीलाओं का सुधामयी वाणी की धार से वर्णन करके भक्तजनों को आनन्द विभोर कर आज दसवें दिन की पावन कथा में भगवान की सुन्दर लीलाओं का वर्णन किया
इससे पूर्व उन्होनें तुलसी पूजन,शालीग्राम के महत्व पर भी प्रकाश डालते हुए शिवलीलाओं की विभिन्न महिमाओं पर प्रकाश डालकर श्रद्वालुओं को आनन्दभाव विभोर कर दिया पावन कथा का वाचन करते हुए श्री पाठक ने कहा हिरण्क्ष व हिरणकश्यप जैसै दैत्यों का किस प्रकार बध किया इस पर भी विस्तृत चर्चा की कथा के साथ प्रहलाद की भक्ति की महिमां का बखान किया। तथा कहा जब तक हमारे मन में दैत्यरुपी लोभ ब्याप्त है।तब तक हम ईश्वर को नही पा सकते है।निर्मल हृदय में ही प्रभु का वास है।उन्होने कहा शिव भक्ति से बढ़कर कुछ भी नही है।क्योकिं शिव ही सर्वेश्वर है। उन्होनें कहा शिव पुराण सुननें से ही मनुष्य जीवन धन्य होता है।
शिवपुराण में शिव के कल्याणकारी स्वरूप का तात्त्विक विवेचन, रहस्य, महिमा और उपासना का विस्तृत वर्णन है। इसमें इन्हें पंचदेवों में प्रधान अनादि सिद्ध परमेश्वर के रूप में पूजा गया है।
शिव – जो स्वयंभू हैं, शाश्वत हैं, सर्वोच्च सत्ता है, विश्व चेतना हैं और ब्रह्माण्डीय अस्तित्व के आधार हैं। उनकी शरणागत होनें से मनुष्य अभय होकर परम आनन्द को प्राप्त होता है। शिव कल्याण के देवता है।इनकी पावन कथायें जीवन को धन्य करती है। इस अवसर पर आपार समूह उमड़ा रहा आज सोलह अगस्त को यहाँ पूर्णाहूति व विशाल भण्डारा है

यहां ब्रह्मलीन महंत श्री१०८ महादेव गिरी बाबा(नागा बाबा) जी की तपोस्थली का महात्म्य अद्भुत व अलौकिक है अनेक नामी संतों की यह तपो भूमि रही है

महंत विश्वंभर गिरी महाराज जी के दिशानिर्देशों में श्री शिव पुराण यज्ञ कथा आयोजन में भक्त अपना भरपूर सहयोग प्रदान कर रहे है महंत श्री हरीगिरी महाराज जी के सौजन्य से सभी भक्त निहाल है। यजमान श्री हरीश चंद्र जोशी एवं मोहन सिंह भण्डारी जी (सपत्नीक) यहाँ शिव सेवा को समर्पित है

Ad
Ad Ad Ad Ad
Ad