श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर तीन दिनों तक प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था पर रोक

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*श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर तीन दिनों तक प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था पर रोक*

*महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना के साथ ही पूज्य साधु-संतों एवं नागा साधुओं के दर्शन पूजन के दृष्टिगत मंदिर न्यास ने लिया निर्णय*

*मंदिर के सीईओ ने की आम श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए बनायी गयी व्यवस्था में सहयोग की अपील*

श्री काशी विश्वनाथ धाम में लाखों श्रद्धालुओं के निरंतर आगमन और महापर्व महाशिवरात्रि पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पधारने की संभावना तथा पूज्य साधु- संतों एवं नागा साधुओं के दर्शन पूजन के दृष्टिगत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने 25 फरवरी 2025 से 27 फरवरी 2025 तक प्रोटोकॉल दर्शन-पूजन पर रोक लगा दी है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री विश्व भूषण ने बताया कि महाकुम्भ-2025 के श्रद्धालुओं के पलट प्रवाह होने के कारण श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है। इस वर्ष महाकुम्भ पर्व के साथ महाशिवरात्रि पर्व दिनांक 26.02.2025 को होने के कारण देश के विभिन्न प्रांतों से दर्शनार्थियों के साथ ही विभिन्न आखाड़ों से साधु-संतो एवं नागा साधुओं द्वारा अत्यधिक संख्या में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया जायेगा। नागा अखाड़ों द्वारा शोभायात्रा निकाल कर दर्शन किया जायेगा, जिसमें लगभग 5 से 6 घंटे तक द्वार संख्या -4 (गोदौलिया द्वार) से सामान्य जन का प्रवेश बाधित रहेगा। इस कारण से सामान्य दर्शन में ही पंक्तिबद्ध व्यक्तियों की सामान्य प्रतीक्षा अवधि 16 से 18 घंटे या अधिक तक होनी सम्भावित है। ऐसी दशा में किसी भी स्तर से विशेष सुविधा के अनुरोध स्वीकार किए जाने की दशा में सामान्य जन की प्रतीक्षा अवधि और बढ़ जाने की सम्भावना होगी। गर्मी एवं उमस के वर्तमान वातावरण में अत्यधिक प्रतीक्षा अवधि बच्चों, महिलाओं, वृद्धों आदि के लिए गंभीर स्थिति उत्पन्न कर सकती है। इसके दृष्टिगत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं/ दर्शनार्थियों के अधिक संख्या का दबाव होने के कारण महाशिवरात्रि पर्व पर दिनांक 25.02.2025 से 27.02.2025 तक सभी प्रकार के प्रोटोकॉल दर्शन व्यवस्था को पूरी तरह से बन्द किये जाने का निर्णय लिया गया है। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सभी श्रद्धालुओं से बनाई गई व्यवस्था में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि मंदिर न्यास श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए कटिबद्ध होकर कार्य कर रहा है। मंदिर में दर्शन पूजन की व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने और आम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महापर्व महाशिवरात्रि के दृष्टिगत तीन दिनों तक प्रोटोकॉल दर्शन की व्यवस्था पर रोक लगाई गई है।

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