भगवान शिव चराचर जगत के आधार है : महात्मा सत्यबोधानन्द

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बिन्दुखत्ता के हंस प्रेम योग आश्रम में इन दिनों आध्यात्म की अलौकिक छटा छायी हुई है यहाँ संजय नगर स्थित आश्रम में पंच दिवसीय शिवरात्री महोत्सव में शिव कथा के श्रवण हेतु दूर – दराज क्षेत्रों से भक्तों की आवाजाही बनी हुई है

 

विद्वान संत महात्मा जनों द्वारा वाची जा रही शिव कथा के श्रवण से भक्तजन धन्यता महसूस कर रहे है देर सांय तक चलने वाले भजन कीर्तनों से हंस प्रेम योग आश्रम का वातावरण पूरी तरह से आध्यात्म के रंग में रंग गया है
यहाँ भक्तजनों के अपार जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए महात्मा सत्य बोधानन्द महाराज ने कहा शिव’ यह दो अक्षरों का नाम महापातकों का नाश करने वाला है भगवान शिव ने ही इस संपूर्ण जगत को धारण किया है

उन्होनें कहा जो मन में दृढ़ विश्वास रखकर सम्पूर्ण विश्व को शिव के रूप में देखते हैं वे भगवान् शिवके परम प्रिय होते हैं। श्री महाराज ने कहा भगवान् शंकर ही इस सम्पूर्ण चराचर जगत् के आधार हैं, अत: सब कुछ शिवस्वरूप है यह बात विशेष रूप से जाननी चाहिये। वेद, पुराण, शास्त्र, उपनिषद्, आगम और देवता- सबके द्वारा भगवान् सदाशिव ही जानने योग्य हैं। मनुष्य निष्काम हो या सकाम, सबको भगवान् सदाशिवकी आराधना करनी चादिए
इस अवसर पर श्री विदत्तानन्द महाराज जी महात्मा श्री विशेषानन्द महाराज जी महात्मा श्री प्रभाकरानन्द महाराज जी महात्मा श्री आलोकानन्द महाराज जी महात्मा मानसानन्द महाराज जी साध्वी प्रचारिका बाई जी साध्वी करुणा बाई जी साध्वी हेमन्ती बाई जी साध्वी पुष्पलता बाई जी आदि ने भी भगवान शिव की महिमां पर विशेष रूप से प्रकाश डालते हुए भगवान शिव को कल्याण का देवता बताया शिव महोत्सव कार्यक्रम का संचालन अजय उप्रेती ने किया

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