चटकेश्वर मंदिर पिथौरागढ़ में श्री शिव महापुराण कथा में उमड़ा शिव भक्तों का शैलाब

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पिथौरागढ़ के चटकेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण मास के इन दिनों में श्री शिव महापुराण कथा का सुंदर वाचन प्रसिद्ध कथा वाचक श्री किशोर जोशी जी द्वारा किया जा रहा है दूरदराज क्षेत्रों से भक्तजन यहां पहुंचकर श्री शिव महापुराण कथा श्रवण का आनंद ले रहे हैं श्री शिव महापुराण कथा की आभा से समूचे क्षेत्र का वातावरण शिवमय हो गया है

भक्तजनों के अपार जन समुदाय पर शिव कथा की अमृत वर्षा करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक श्री किशोर जोशी ने कहा भगवान शिव ही परमब्रहमा है,वे ब्रहमा के रुप में सृष्टि को उत्पन्न करते है,विष्णु के रुप में पालन करते है,और रुद्र के रुप में सहांर करते है।भगवान शिव से बढ़कर कोई नहीं है।जिसनें शिव तत्व को जान लिया है।उसका जीवन सार्थक हो जाता है। साथ ही उन्होनें कहा शिव से बड़ा गुरू कोई नही है।जो शिव की शरणागत है उसके लिए कुछ भी दुर्लभ नही है।

उन्होनें शिव भक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा भक्ति अपने ईष्ट के प्रति ऐसा समर्पण भाव है, जो हमारे मन में यह विश्वास जगाता है कि उसकी शरण में हम सदा शांति, निर्मल भाव, सुरक्षित व सदाचारी रहेंगे। भक्ति का यह भाव और विश्वास आनन्द का स्रोत है।

भक्त वह है, जो द्वेषरहित हो, दयालु हो, सुख-दुख में अविचलित रहे, बाहर-भीतर से शुद्ध, सर्वारंभ परित्यागी हो, चिंता व शोक से मुक्त हो, कामनारहित हो, शत्रु-मित्र, मान-अपमान तथा स्तुति-निंदा और सफलता-असफलता में समभाव रखने वाला हो, मननशील हो और हर परिस्थिति में खुश रहने का स्वभाव बनाए रखे। ये शिव भक्त के लक्षण है।

श्री जोशी ने कहा शिव भक्त को अपने ईष्टदेव में अपने मन को लगाने के साथ-साथ तन-मन की पवित्रता, स्थिरता, सौम्यता, सहजता और उदारता विकसित करने का प्रयत्न करना चाहिए। तभी शिव भक्ति सार्थक है।श्री जोशी ने आज सातवें दिन की कथा में भगवान शिव के विभिन्न पावन चरित्रों का सुंदर वर्णन किया प्रसिद्ध संगीतज्ञ अंकित जोशी एवं विनोद पाठक जी ने सुंदर भजनों के माध्यम से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया चटकेश्वर मंदिर से जुड़े सभी भक्तजनों ने व आयोजकों ने सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया

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