भवसागर से पार होने के लिए श्री राम कथा सुन्दर सेतु है: शास्त्री हीरा बल्लभ भट्ट

ख़बर शेयर करें

बेरीनाग/ बेरीनाग के राईआगर क्षेत्र में स्थित हनुमान मंदिर में इन दिनों श्री रामकथा की धूम मची हुई है दूर – दराज क्षेत्रों से भक्तजन यहाँ पहुंचकर श्री रामकथा का श्रवण कर अपना जीवन धन्य कर रहे है 18 अगस्त से आरम्भ हुई कथा 27 अगस्त को विश्राम होगी
राईआगर में संगीतमय श्री राम कथा महोत्सव के शुभारंभ से ही विशेष आध्यात्मिक रौनक छाई हुई है यहाँ कथा का वाचन प्रसिद्ध कथा वाचक श्री पण्डित हीरा बल्लभ भट्ट द्वारा किया जा रहा है
यहाँ कथा श्रवण करने वाले श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए प्रसिद्ध कथा वाचक श्री भट्ट ने कहा श्री राम नाम की महिमां अपरम्पार है

 

हर पल नाम सुमिरन व  प्रभु श्री राम की भक्ति करना ही जीवन का मूल उद्देश्य होना चाहिए। सांसारिक कार्य करने के बाद पश्चाताप हो सकता है, परन्तु श्री राम की भक्ति, साधना, ध्यान, परोपकार के पश्चात् पश्चाताप का कोई स्थान नही वरन् आनन्द ही आनन्द है। आत्म संतोष की अनुभूति श्री राम कथा के श्रवण से प्राप्त होती है।
उन्होंने कहा कि अमृत से मीठा अगर कुछ है तो वह श्री राम का नाम है,सत्यता के मार्ग पर चलकर परमात्मा प्राप्त होंते है, मन-बुद्धि, इन्द्रियों की वासना को यदि समाप्त करना चाहते हो तो हृदय में श्री राम की भक्ति की ज्योति को जलाना पड़ेगा।

यह भी पढ़ें 👉  ठेला, फड, वेंडर्स कल्याण समिति की बैठक जिलाधिकारी कार्यालय में सम्पन, इस विषय पर हुआ विचार विर्मश

उन्होंने कहा भगवान शंकर की कृपा के बिना प्रभु श्री राम की कृपा प्राप्त नही हो सकती है । शिव के बिना जीवन का कोई अर्थ नहीं है, शिव कृपा ही श्री राम भक्ति का सुगम पथ है। राम ही जीवन के आधार हैं उन्होंने कहा जो प्राणी श्री राम की शरणागत है उसे स्वप्न में भी लेशमात्र दुख नहीं होता वह सतांपों से मुक्त है। पुरुषोत्तम श्री राम के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा जीवन में मर्यादा व कर्तव्य का स्थान सबसे ऊचाँ है। और इस ऊंचाई का ज्ञान हमें श्री राम की लीला से प्राप्त होता है। और यह लीला शिव कृपा का प्रताप है महादेव व राम अभेद है।उन्होंने कहा प्रभु श्रीराम का जीवन चरित्र सत्य पथ की सीख देता है।इसलिए मनुष्य को समस्त बुराईयों से बचते हुए सदा अच्छे व सच्चे मार्ग पर चलना चाहिए यही जीवन की सार्थकता है। इसी में जीवन का आनन्द है।
उन्होंने कहा यह कथा सारे अज्ञान को नष्ट करनें वाली है
रामकथा सुंदर कर तारी। संसय बिहग उड़ावनिहारी॥
रामकथा कलि बिटप कुठारी। सादर सुनु गिरिराजकुमारी॥
राम नाम गुन चरित सुहाए। जनम करम अगनित श्रुति गाए॥
जथा अनंत राम भगवाना। तथा कथा कीरति गुन नाना॥
श्री रामचन्द्रजी की कथा हाथ की सुंदर ताली है, जो संदेह रूपी पक्षियों को उड़ा देती है। फिर रामकथा कलियुग रूपी वृक्ष को काटने के लिए कुल्हाड़ी है। हे गिरिराजकुमारी! तुम इसे आदरपूर्वक सुनो॥ वेदों ने श्री रामचन्द्रजी के सुंदर नाम, गुण, चरित्र, जन्म और कर्म सभी अनगिनत कहे हैं। जिस प्रकार भगवान श्री रामचन्द्रजी अनन्त हैं, उसी तरह उनकी कथा, कीर्ति और गुण भी अनंत हैं॥

यह भी पढ़ें 👉  कालाढूंगी का प्राचीन हनुमान मंदिर : हनुमान भक्तों के लिए प्रकृति की अद्भुत सौगात,वृक्ष पर उभरी हनुमान जी की आकृति के दर्शन से धन्य होते है श्रद्धालु

इस अवसर पर प्रसिद्ध योगाचार्य व संगीतकार श्री मोहन बिष्ट ने बताया कि यहां हनुमान जी का मंदिर प्राचीन समय से आस्था का केंद्र है इस पावन स्थल पर श्री बंसी बाबा चक्रधर जी के सानिध्य में श्री राम कथा का आयोजन हो रहा है कथा के आयोजक भाष्कर पेटशाली जंग बहादुर सिंह भण्डारी बड़े ही श्रद्वा भाव से यहाँ आने वाले भक्तों का स्वागत कर रहे है इस अवसर पर मोहन सिंह बिष्ट दीवान सिह कठायत चन्द्र शेखर कोठारी सहित तमाम भक्त जन मौजूद रहे

Ad
Ad Ad Ad Ad
Ad