बिन्दुखत्ता का महाबिन्देश्वर महादेव मंदिर आध्यात्मिक जगत में बिखेर गया अद्भूत यादें, शिव पुराण विराम दिवस पर हवन यज्ञ विशाल भण्ड़ारा आदि कार्यक्रम ने बिखेरी रौनक

ख़बर शेयर करें

 

बिंदुखत्ता क्षेत्र इन दिनों आध्यात्म के रंग में रंग गया है महाबिन्देश्वर महादेव मन्दिर में श्री शिव महापुराण कार्यक्रम ने यहाँ की फिजाओं को हर हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान कर डाला भगवान शिव को समर्पित शिव पुराण कार्यक्रम में भक्तों ने बढ़चढ़ कर भाग लेकर इस आध्यात्मिक कार्यक्रम को यादगार बना डाला विराम दिवस के अवसर पर सोमवार को आयोजित दिवस हवन – यज्ञ व विशाल भण्डारे में भी भक्तों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर बिन्देश्वर महादेव के चरणों में अपने आराधना के श्रद्धा पुष्प अर्पित किए

इससे पूर्व यहाँ कथा श्रवण को पहुंचें श्रद्धालुओं ने आध्यात्म की ऐसी आभा बिखेरी की समूचा क्षेत्र हर हर महादेव की गूंज से गूंजायमान रहा श्री शिव पुराण कथा श्रवण को पूरे कथा काल में भक्तों ने जो उत्साह दिखाया वह आध्यात्म की अद्भूत यादें बिखेर गया कथा के प्रारम्भ में लगभग आठ किलोमीटर की निकाली गयी भव्य कलश यात्रा भी समूचे क्षेत्र में भगवान शिव की भक्ति का भव्य संदेश देकर अलौकिक व यादगार आभा बिखेर गयी
बिन्दुखत्ता के इन्द्रानगर द्वितीय में स्थित महाबिन्देश्वर महादेव जी के प्रति स्थानीय भक्तों में अगाध श्रद्धा है भव्य कलश यात्रा से लेकर कथा विराम तक प्रसिद्ध कथा वाचक आचार्य पण्डित भागवत जोशी का बड़ा ही स्नेहमय सहयोग रहा

इस अवसर पर प. चंद्रशेखर कर्नाटक,मंदिर समिति के अध्यक्ष शेर सिंह दानू, पत्रकार व मंदिर से जुड़े आस्थावान भक्त दीप जोशी गोकुलनंद उपाध्याय, पुजारी नंदन गोस्वामी, नगर पंचायत अध्यक्ष लालकुआँ सुरेन्द्र लोटनी मोहन चन्द्र जोशी हरीश गिरी गोस्वामी मोहन गिरी गोस्वामी राधा बल्लभ पांडे, , हरेंद्र बोरा, .हेमवती नंदन दुर्गापाल, , कुंदन मेहता, मनोज बसनायत, पुष्कर दानू, सुर सिंह फर्शवान, जीवन सिंह रावत खुशाल सिंह कलाकोटी, शिवराज सिंह बिष्ट, रणजीत सिंह मेहरा, विपिन गोस्वामी, भरत सिंह शेखावत, मनोज बसनायत राजेन्द्र शर्मा अरुणेश तिवारी मनीष नैथानी संतोष हरि शंकर कांता सिंह सुरेश चन्द्र पाठक कैलाश पाण्डेय प्रकाश चन्द्र देवराड़ी राजेंद्र परिहार, राजू शर्मा, संजय टाकुली, पंकज बिष्ट, देव सिंह देवली, मनोज परिहार, भैरव दत्त नागिला, सुंदर रजवार, पंकज गिरी, कमल सनवाल, प्रेम सिंह गड़िया, मनोज रजवार, राहुल पाठक, संजय देवली, ललित जोशी, भीम आर्य, सीमा रावत, किशन देवली, राहुल शर्मा, पवन सनवाल, हरीश गिरी, राज शर्मा, हेमा सनवाल, विनोद दानू, दीपा तिवारी, बीना जोशी सीमा रावत पुष्पा शर्मा, सागर शर्मा
चंचल सिंह मियान रंजीत सिंह मेहरा खुशाल सिंह कालाकोटी राधा बल्लभ पाण्डे चेतन पाण्डे सागर शर्मा राजू शर्मा विपिन गोस्वामी कमल सनवाल प्रेम सिंह बिष्ट प्रेम सिंह गडिया नन्दन ऐरी नारायण ऐरी कैलाश टाकुली संजय टाकुली अनुज रावल राजू शर्मा नन्दन गिरी चन्द्रशेखर कर्नाटक प्रसाद पाण्डे भैरव दत्त नागिला चंचल कालाकोटी लक्ष्मण भणडारी धनन्जय उपाध्याय पूरन धारियाल विनोद दानू किशन बिष्ट विशन दानू लक्ष्मण नागिला पंकज गोस्वामी
बीना जोशी मीना कपिल गीता दानू सीमा रावत तारा देवी पुष्पा बिष्ट सरिता बिष्ट जानकी देवी सहित अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहे
यहां मन्दिर के सुव्यवस्थित संचालन के लिए गठित समिति में अध्यक्ष शेरसिंह दानू के अलावा सचिव देव सिंह देवली, उपाध्यक्ष शिवराज सिंह, कोषाध्यक्ष गोकुलानंद उपाध्याय तन – मन- धन से अपनी जिम्मेवारी निभाते आ रहे हैं।
इसी के साथ समिति का एक संरक्षण मण्डल और मार्गदर्शक मण्डल भी बनाया गया है। इसमें दीप चन्द्र जोशी, मनोज बसनायत, पुष्कर दानू, सूर सिंह फर्सस्वाण, चन्द्र शेखर कर्नाटक, पूरन नगरकोटी, राजू शर्मा, चेतन पाण्डे, सागर शर्मा तथा पवन सनवाल प्रमुख रूप से शामिल हैं। मन्दिर में सभी आयोजन सभी भक्तों के सहयोग से सम्पन्न होते हैं।

यह भी पढ़ें 👉  पंखुड़ियाँ ने समाज मे उल्लेखनीय कार्य कर रही 9 महिलाओं को सम्मानित किया।

श्रीशिव महापुराण कथा का विशाल हवन, यज्ञ, भण्ड़ारे के विराम दिवस पर सोमवार को जहां श्रद्वालुओं ने भारी संख्या में प्रसाद ग्रहण कर पुण्य अर्जित किया अन्तिम दिवस की कथा के विराम अवसर पर प्रसिद्व कथावाचक प० भागवत जोशी ने श्नद्वालुओं के अपार जन समूह पर श्री शिव कथा की अपनी सुधामयी वाणी की धार से अमृतवर्षा करते हुए श्री शिव महापुराण सुनने का महात्म्य बतलाते हुए कहा जो भी मनुष्य श्रद्वा के साथ श्री शिव महापुराण कथा का श्रवण करता है, उसके जन्म जन्मान्तर के पापों का हरण हो जाता है, वह जन्म मरण के बन्धन से मुक्त होकर अन्त में भगवान शिव के परम लोक को प्राप्त होता है उन्होनें कहा अन्य देवताओं की अपेक्षा शिवजी जल्दी प्रसन्न होनें वाले है। उन्होंने बताया जो मनुष्य अपने जीवन काल में पांच बार श्री शिव महापुराण की कथा का श्रवण कर लेता है वह शिव लोक का भागी बनता है स्वयं अंतकाल में माता पार्वती सहित भगवान शिव उसे दर्शन देने की लिए पहुंचते हैं उन्होने कहा शिव का अर्थ होता है कल्याण। वे सदैव अपने भक्तों का कल्याण करते हैं श्री शिव महा पुराण भगवान शिव के लीलाओं और उनके महात्मय से भरा पड़ा है। इसमें ज्ञान का अतुलनीय भंडार है भगवान शिव कम समय में ही थोड़ी सी भक्ति से अपने भक्तों पर प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। इस महापुराण के 24000 श्लोक शिव भक्ति का संचार करती है।उन्होनें कहा श्री शिव महापुराण में परात्पर ब्रह्म शिव के कल्याणकारी स्वरूप का विवेचन, रहस्य, महिमा और उपासना का जो विस्तृत वर्णन आप लोगों ने सुना है। वह परम कल्याण को देनें वाला है। भगवान शिव के भव्यतम महिमां का यह गुणगान आप सभी का मंगल करे। शिवजी स्वयंभू हैं, शाश्वत हैं, सर्वोच्च सत्ता है, विश्व चेतना हैं और ब्रह्माण्डीय अस्तित्व के आधार हैं। सभी पुराणों में शिव पुराण को सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण होने का दर्जा प्राप्त है। जैसे क्षेत्रों में काशी वैसे ही पुराणों में शिव पुराण की कोई उपमा नहीं है

Ad