सुतार गाँव सहित गुफाओं की घाटी गंगावली का होगा विकास बोले विधायक फकीर राम टम्टा

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गुमनामी के साये में बदहाल देव स्थल व गुफाओं को संवारा जाऐगा

अद्भुत दाणेश्वर व भूतेश्वर महादेव पर दिया जाऐगा विशेष ध्यान गुफाओं की महिमां देश व दुनियां को बतायी जाऐगी

गांगोलीहाट/ हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड के पवित्र ऑचल में स्थित गंगावली एवं नाग भूमि के तीर्थ स्थलों एवं पर्यटक स्थलों को गुमनामी के साये से बाहर निकाल कर उनकी महत्ता को देश एवं दुनिया के सामने लाया जाऐगा यह भूमि आध्यात्मिक रूप से बेहद समृद्ध शाली भूमि है यह बात गंगोलीहाट के विधायक श्री फकीर राम ने एक वार्ता के दौरान कही उन्होनें कहा प्राकृतिक सौदर्य की दृष्टि से भी यहाँ के तमाम क्षेत्र महत्वपूर्ण क्षेत्र है यहां के पर्यटक एंव तीर्थ स्थलों का भ्रमण करते हुए जो आध्यात्मिक अनूभूति होती है वह अपने आप में अद्भुत है। विधायक श्री फकीर राम ने कहा पर्यटन की दृष्टि से ही नहीं बल्कि तीर्थाटन की दृष्टि से भी यह पावन भूमि महत्वपूर्ण है इसी कारण यहां का भ्रमण अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा श्रेष्ठ एंव संतोष प्रदान करने वाला है,पर्यटन एंव तीर्थाटन के विकास के लिए सरकार समुचित सहायता व प्रोत्साहन दे रही है

उन्होनें कहा राज्य में उनके विधान सभा क्षेत्र में पर्यटन एंव तीर्थाटन की आपार सभांवनाएं है।स्थानीय लोक कलाओं के विकास व सास्कृतिक आदान प्रदान में तीर्थाटन एंव पर्यटन का विशेष महत्व है। मानव सभ्यता के विकास में तीर्थाटन एंव पर्यटन की विशेष भूमिका होती है। उन्होनें बताया तमाम स्थलों के बेहतर विकास के लिए स्थलों को सूचीबद्व किया जा रहा है।साथ ही जो स्थल गुफाएं गुमनामी के साये में है,उन्हें भी चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है।उन्होनें कहा गंगावली व नाग भूमि का यह क्षेत्र अपनी अलौकिक सुन्दरता व धार्मिक क्षेत्र के रुप में प्राचीन काल से ही प्रसिद्ध है। यहाँ की भूमि में कई ऐसे ऐतिहासिक धार्मिक व प्राकृतिक स्थल है जो पर्यटन एंव तीर्थ के रुप में अपना विशेष स्थान रखते है।जिनका प्राकृतिक सौदर्य के अलावा आध्यात्मिक महत्व भी है उन सबका समुचित विकास किया जाऐगा प्रकृत्ति के अनमोल खजाने के रूप में जो गुफायें यहां विद्यमान है उन्हें प्रकाश में लाकर उनका महत्व दुनियां को बतलाया जाऐगा

उन्होनें कहा प्रमुख स्थलों में पाताल भुवनेश्वर की गुफा, के अलावा दाणेश्वर की गुफा, कोटेश्वर की गुफा शैलेश्वर गुफा, मुक्तेश्वर की गुफा, भूलेश्वर महादेव की गुफा ,नानी शीतला की गुफा , भूतेश्वर महादेव की गुफा ,सहित तमाम गुफाओं को विकसित कर नयी दिशा प्रदान की जाऐगी जो यहां कि प्राकृतिक सौदर्य सम्पन्नता से परिचित कराने में खासी सहायक होगीं उन्होनें इस अवसर पर कहा पाताल भुवनेश्वर अदितीय क्षेत्र है,अद्भूत है।पाताल भुवनेश्वर के भीतर क्या नही है गुफा के भीतर वे सभी तीर्थ स्थल है जो धरती पर मौजूद है।गुफा के भीतर अनेक ऋषि मुनियों के आश्रम है।स्मर,सुमेरू,स्वधाम नामक गुफाओं सहित अनेकों शिवलिंग वहां विधमान है ऐसी ही तमाम गुफाएं इस भूमि में मौजूद है,अनेकों गुफाओं के मिलने का क्रम जारी है।इन गुफाओं के विस्तार की जानकारी भी एकत्र करवायी जाऐगी। उन्होनें कहा जीवन में ऐसे स्थलों की यात्रा अवश्य करनी चाहिए में ऐसे अनेक रमणीक मनोरम स्थल मौजूद है जो प्रचलित स्थलों से भी बेहतर महत्व रखते है।इन स्थलों को सजाने सवांरने में भी सरकार विशेष ध्यान दे रही है उन्होनें कहा आज हमें अपने सास्कृतिक गौरव की ओर विचार मंथन करने की आवश्यकता है। क्षेत्र के सास्कृतिक गौरव को बढ़ावा देने के लिए वे अपने स्तर से हर संभव प्रयास करेगें। उन्होनें कहा धर्म,दर्शन और आध्यात्म के साधकों को यहां का वातावरण सदा ही आकर्षित करता रहा है।देवभूमि ऋषि मुनियों की तपस्या स्थली है। पुराणों में इनका विस्तार से वर्णन मिलता है

उन्होनें कहा लोक देवी देवताओं, आराध्य देवी देवताओं के स्थल भी धार्मिक व सांस्कृतिक धरोहर के रुप में विकसित होगें उनका महत्व भी विकसित होगा।श्रद्वा व भक्ति की अटूट आस्था के केन्द्र व विभिन्न स्थल विश्व में अपनी अद्भूत पहचान बनायेगे इस दिशा में भी योजनाबद्व तरीके से कार्य किया जाऐगा। उन्होनें कहा सामाजिक सभ्यता के विकास में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका है, उनके विधान सभा क्षेत्र में अनगिनत धार्मिक स्थल है,जो पर्यटन विकास में सहायक होगे।साथ ही उन्होने कहा कि यहां के तमाम नाग मंदिरो की महिमां से भी देश व दुनियां को अवगत कराया जाऐगा।यहां के रमणीक पर्वतों पर एक से बढ़कर एक महाप्रतापी नागों का वास है।उन्होनें कहा यहाँ के नाग मदिरों की समूचे विश्व में अपनी अलग पहचान होगी उन्होनें कहा प्राचीन समय से ही यहां नाग पूजा होतीआयी हैऔर आज भी बड़े ही श्रद्वा व भक्ति भाव के साथ इन्हें पूजा जाता है।लोगों में आज भी जागर के माध्यम से नाग देवता अवतरित होते है

श्री फकीर राम ने कहा गंगोलीहाट क्षेत्र लोक देवताओ की भी पावन धरती है। असंख्य देवताओं की यह भूमि अब पर्यटन व तीर्थाटन के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाएगी।उन्होंने बताया क्षेत्र के विकास के संबंध में विगत दिनों उनकी वार्ता कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज जी के साथ हुई है*///@ रमाकान्त पन्त////

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